- नेशनल, स्टेट हाइवे पर प्रदर्शन पड़ेगा महंगा, शुरू हुई सख्ती

- हर बात पर जाम लगाने से पब्लिक को उठानी पड़ती परेशानी

GORAKHPUR: शहर से होकर गुजरने वाले नेशनल और स्टेट हाइवे पर जाम लगाने की कीमत चुकानी पड़ेगी। जाम लगाने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जाम की वजह से आमजन को होने वाली तकलीफों को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाजायज तरीके से लोग वाहनों का आवागमन ठप करके जोर-जबरदस्ती करते हैं। इससे राहगीरों को काफी दिक्कत उठानी पड़ती है। हालांकि इस संबंध में पूर्व में निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे। हाल के दिनों में सामने आई समस्याओं से एक बार फिर से पुलिस की नींद खुली है।

केस 1

गोरखपुर-वाराणसी हाइवे ठप होने पर पब्लिक ने झेली सांसत

15 सितंबर 2019: बेलीपार एरिया में बाइक से एक्सीडेंट में घायल की लखनऊ में मौत होने पर पब्लिक ने आक्रोश दिखाया। रविवार की दोपहर करीब दो घंटे तक गोरखपुर-वाराणसी हाइवे पर आवागमन ठप कर दिया। दुर्घटना के लिए जिम्मेदार स्कूरी सवार को बचाने का आरोप पुलिस पर लगाते हुए लोग कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि एक तरफ आरोपित पर कार्रवाई हो तो दूसरी ओर पीडि़त परिवार को मुआवजा दिया जाए। करीब दो घंटे के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मान-मनौव्वल करके मामला शांत कराया। इसके बाद हाइवे पर आवागमन शुरू हो सका। इस दौरान ढाई बजे से लेकर साढ़े चार बजे तक जाम लगा रहा। दोनों ओर करीब पांच किलोमीटर तक वाहनों का रेला लग गया।

केस 2

गोली चलाने वालों को अरेस्ट करने को रोका रास्ता

2 सितंबर 2019: कैंट एरिया के नंदानगर में मनबढ़ युवकों ने सगे भाइयों पर हमला कर दिया। सोने की चेन लूटने, रंगदारी मांगने का विरोध करने पर मनबढ़ों ने रामजीत के बेटे राहुल यादव और रोहित पर गोली दाग दी। गोली चलने से घायल राहुल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। दो सितंबर की सुबह मोहल्ले की पब्लिक नंदानगर पुलिस चौकी पर पहुंची। वहां जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे कुशीनगर हाइवे पर करीब 45 मिनट तक जाम लगा रहा।

दोबारा निकला कार्रवाई का भूत, तहरीर का इंतजार

हर बात पर हाइवे जाम करके आम राहगीरों की मुसीबत बढ़ाने वालों के खिलाफ पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। जाम लगाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आमजन को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। बेलीपार में जाम लगाकर दो घंटे तक आवागमन बाधित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। चौकी प्रभारी की तहरीर पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा। इसके पूर्व जाम लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात उठी थी। लेकिन तब कुछ दिनों के बाद मामला दब गया था।

क्या होती है प्रॉब्लम

- हर मामले में लोगों के सड़क पर उतरने पर आम पब्लिक परेशान होती है।

- हाइवे पर जाम लगने से लोग फंस जाते हैं। इससे हर किसी को दिक्कत झेलनी पड़ती है।

- जाम लगाने वाले लोग प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ करके माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं।

- गवर्नमेंट प्रॉपर्टी में तोड़फोड़ और आगजनी से हरदम गवर्नमेंट को नुकसान उठाना पड़ जाता है।

- इस तरह की हरकतों से एंबुलेंस में फंसे पेशेंट्स, आवश्यक कार्य से निकले लोग प्रभावित होते हैं।

क्यों जरूरी है कार्रवाई

- कई बार लोग मामूली बातों को लेकर नजदीक के हाइवे पर जाम लगा देते हैं।

- जायज कार्रवाई की बात करने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं मानते, तरह-तरह की बातें बनाते हैं।

- किसी तरह की घटना होने पर कुछ लोग पब्लिक को उकसाकर जाम लगाने को मजबूर करते हैं।

- अपनी बातों को उचित तरीके से सही माध्यम तक पहुंचाने के बजाय बेवजह का हल्ला मचाते हैं।

- हाइवे पर जाम लगने से राहगीरों को प्रॉब्लम उठानी पड़ती है। फंसने की वजह से उनका जरूरी काम छूट जाता है।

वर्जन

हाइवे पर जाम लगाने वालों के संबंध में चौकी प्रभारी तहरीर देंगे। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

संतोष सिंह, एसएचओ बेलीपार