- 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था शिवकुमार प्रजापति

- गोरखपुर के शाहपुर थाने पर थी तैनाती, सारनाथ स्थित घर में लगाई फांसी

VARANSI/GORAKHPUR: मानसिक बीमारी से परेशान प्रशिक्षु दरोगा ने बुधवार की देर शाम सारनाथ में अपने मकान में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक शिवकुमार प्रजापति (32) के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने मानसिक बीमारी का जिक्र किया है। मौके पर पहुंची सारनाथ पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। शिवकुमार की तैनाती गोरखपुर के शाहपुर थाने पर थी।

देने आया था इंटरव्यू

सारनाथ थानाक्षेत्र के सुल्तापुर निवासी शिवकुमार 2016 में दरोगा बने थे। ट्रेनिंग के बाद 2017 में गोरखपुर जिले में उनकी तैनाती हुई। 15 सितंबर को किसी कॉलेज में प्रवक्ता पद का इंटरव्यू देने के लिए शिवकुमार ने 15 दिनों की छुट्टी ली थी। बुधवार की शाम शिवकुमार अपने कमरे में गए और दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। काफी देर बाद पिता रामसेवक प्रजापति को शंका हुई तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया। कोई हलचल नहीं हुई तो उन्होंने परिवार के अन्य लोगों को बुलाया। दरवाजा तोड़ा गया तो भीतर का नजारा देखकर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। शिवकुमार का शव पंखे से लटका हुआ था।

पिछले साल हुई थी शादी

सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पिता ने बताया कि शिवकुमार की शादी पिछले साल हुई थी। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। दूसरा भाई बहादुर बलिया में सिपाही है तो तीसरे नंबर का मुकेश पढ़ाई कर रहा है। उसकी एक बहन की शादी हो चुकी है। माना जा रहा है कि काम के दबाव के चलते शिवकुमार ने आत्मघाती कदम उठा लिया। इंस्पेक्टर सारनाथ प्रवीण यादव ने बताया कि शिवकुमार से सुसाइड नोट में मानसिक बीमारी का जिक्र किया है।