- एलटी लाइन के पोल पर लगाई जा रही पॉलिथीन

- पिछले साल धोपेश्वर नाथ मंदिर के पास लगे पोल से पानी में उतर आया था करंट

3500 पोल हैं शहर में एलटी लाइन के

04 लाख रुपए मिला है मेंटिनेंस के लिए बजट

07 नाथ मंदिर हैं शहर में

बरेली : शासन से लेकर जिला प्रशासन तक सभी कांवडि़यों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट दिखाई दे रहे हैं। इसी क्रम में अब बिजली विभाग ने भी कांवडि़यों को करंट से बचाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। सावन में शहर के सातों नाथ मंदिरों में भारी संख्या में कांवडि़यों को सैलाब उमड़ रहा है। बारिश के दौरान मंदिरों के आसपास लगे एलटी लाइन के पोल पर करंट उतरने से कांवडि़यों को करंट लगने का खतरा भी बना रहता है। इसी कारण बिजली विभाग ने सातों नाथ मंदिरों के बाहर और आसपास के लगे एलटी लाइन के पोल पर पॉलिथीन लगाने का काम शुरू कर दिया है।

मंदिरों के आसपास पहले होगा काम

सावन माह में मंदिरों में उमड़ रही भक्तों की भीड़ को देखते हुए पहले मंदिरों के आसपास लगे बिजली की पोल पर पॉलीथिन लपेटने की योजना पर काम शुरू हो गया है। अफसरों की मानें तो आने वाले सोमवार तक शहर के सभी मुख्य मंदिरों के आसपास लगे पोल पर पॉलीथिन लगा दी जाएगी। इसके बाद घनी आबादी वाले मोहल्लों में लगे बिजली के पोल पर पॉलीथिन लगाने का काम किया जाएगा।

चार टीमों को सौंपी जिम्मेदारी

एलटी पोलों पर पॉलिथीन लगाने के लिए विभाग ने तीन-तीन सदस्यों की चार टीमों बनाई गई हैं। जो कि मंदिरों में कार्य को खत्म करने के बाद मोहल्लों में लगे पोलों पर भी पॉलिथीन लपेटने के कार्य को पूर्ण करेंगे।

यहां पहले होगा काम

जोगी नवादा, पुराना शहर, हारुनगला, शहदाना, किला और कोहाड़ापीर क्षेत्र के मोहल्लों में सावन के बाद पॉलिथीन लपेटने को कार्य शुरु होगा। वजह है कि इन मोहल्लों से ही विभाग में पिछले तीन माह में दर्जन भर शिकायतें जमीन पर करंट उतरने की आ चुकी है।

बैठक में दिया सुझाव

पिछले माह उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन की बैठक में प्रदेश भर के अफसरों ने भाग लिया था, जिसमें कांवडि़यों की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई। मेरठ के अफसरों ने कांवडि़यों की सुरक्षा के लिए यह आइडिया रखा था, जिसको सराहना मिली और कॉरपोरेशन के अफसरों ने सभी मंडलों में इस पर अमल करने का आदेश दिया था।

वर्जन

कॉरपोरेशन की बैठक में मेरठ ने कांवडि़यों की सुरक्षा के तहत पोलों पर पॉलिथीन लपेटने की योजना बताई थी। जिसके बाद समस्त मंडलों को यह योजना पर काम करने को आदेशित किया गया। पहले मंदिरों में काम शुरु कराया गया है जिसके बाद अन्य क्षेत्रों में भी कार्य होगा।

एनके मिश्र, एसई।