केपी कॉलेज मैदान से रवाना हुई पोलिंग पार्टियां, हजारों की संख्या में कर्मचारियों की लगी ड्यूटी

महिलाओं को हुई सबसे ज्यादा परेशानी, काफी प्रयास के बाद भी नहीं माने अधिकारी

ALLAHABAD: चुनाव ड्यूटी किसी को फूटी आंख नहीं सुहाती। हर कोई इससे जान छुड़ाना चाहता है। नगर निगम चुनाव के लिए शनिवार को केपी कॉलेज मैदान से रवाना हुई पोलिंग पार्टियों के साथ ऐसा ही नजारा पेश आया। कर्मचारियों ने ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए जाड़ा होने के बावजूद जमकर पसीना बहाया। अधिकारियों से गिड़गिड़ाए, सोर्स लगाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्हे बूथ के लिए कूच करना ही पड़ा। आप भी जानिए क्या रहा केपी कॉलेज का सीन

सीन वन

मैडम के इंतजार में बीता समय

वार्ड नंबर 21 नीमसराय के 299 नंबर बूथ में रवाना होने वाली पोलिंग पार्टी लगभग तैयार थी। लेकिन इस टीम में शामिल महिला मतदाताकर्मी को अपनी ड्यूटी कटवानी थी। इसे लेकर वह अधिकारियों के चक्कर काट रही थीं और बाकी मतदानकर्मी उनका इंतजार। उनका कहना था कि उनकी जगह दूसरी महिला कर्मचारी आने के बाद टीम रवाना हो सकेगी।

सीन टू

बड़ी दूर से आए हैं

वार्ड नंबर 24 के 236 नंबर बूथ के मतदानकर्मियों को दोपहर 1:30 बजे ईवीएम मिली। कारण था कि इस पोलिंग पार्टी के सदस्य काफी दूर से आए थे और अलग-अलग समय पर पहुंचे थे। इस चक्कर में जो कर्मचारी पहले आए थे उन्हें दूसरे का लंबा इंतजार करना पड़ा। सभी एकत्र हुए तो फिर रवानगी की तैयारी होने लगी।

सीन थ्री

भीड़ में घिर गए डीआईओएस

मतदान कार्मिक प्रभारी डीआईओएस आरएन विश्वकर्मा सुबह से शाम तक कर्मचारियों से घिरे रहे। उनके पास दर्जनों की संख्या में ड्यूटी कैंसिल करने के आवेदन पहुंच रहे थे। इस पर उन्होंने कर्मचारियों को सीडीओ के पास जाने को कहा। डबल ड्यूटी और गंभीर रूप से बीमार लोगों की ड्यूटी ही कैंसिल की गई।

सीन फोर

तो एफआईआर दर्ज कराओ

ड्यूटी कटवाने वालों की अधिक संख्या हो गई तो सीडीओ सैमुअल पाल एन ने तत्काल आदेश जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई कर्मचारी अपनी चेक लिस्ट लेकर नहीं पहुंच रहा है तो उसका नाम तीन बार पुकारा जाए। उसके हाजिर नहीं होने पर एफआईआर दर्ज करा दी जाए। उनके इस आदेश से ड्यूटी कटवाने वालों में खलबली मच गई।

सीन फाइव

जाने कब रवाना होंगी टीमें

एक-एक बस में चार-चार पोलिंग पार्टियों को रवाना होना था। उनके साथ होम गार्ड के जवानों को भी बस में जाने का आदेश दिया गया था। लेकिन, पोलिंग पार्टियों की लेटलतीफी के चलते होमगार्ड के जवानों को घंटों इंतजार करना पड़ा। कई जवानों ने बस में ही कई चरणों में नींद पूरी की। उनका कहना था कि जब तक चारो टीम नहीं आ जाएगी, बस रवाना नहीं होगी।