जमशेदपुर. स्टील सिटी सहित पूरे प्रदेश में दो साल पहले प्लास्टिक प्रतिबंध होने के बावजूद भी शहर में प्लास्टिक का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है. शहर में प्लास्टिक प्रतिबंध के लिए जिम्मेदार जेएनएसी, एमएनएसी और जुगसलाई नगर पालिका के अधिकारी हाथ पर हाथ रखे बैठे है. जिसके चलते एक बार फिर से कपड़े के थैले गायब और प्लास्टिक का प्रयोग शुरू हो गया है. बताते चले कि 21 मई 2017 को प्रदेश भर पालीथिन पर बैन लगाया था. लेकिन अभियान कुछ माह में ही फेल हो गया. दैनिक जागरण आईनेस्ट ने 21 नंवबर 2017 के अंक में 'पालीथिन का धड़ल्ले से हो रहा यूज' शीर्षक के साथ अधिकारियों को चेताते हुए रियालिटी चेक किया था. पालीथिन अभियान फेल होने के बाद जनवरी 2018 अधिकारियों ने अभियान को तेज किया इस साल जेएनएसी ने विभिन्न छापेमारी में पांच लाख रुपये का जुर्माना और हजारों किलो पालीथिन को जब्त किया गया था. वहीं मानगो और जुगसलाई नगर पालिकाओं के अधिकारी एक्टिव नहीं रहे जिसके परिणाम स्वरूप मानगो में पालीथिन प्रतिबंध का असर नहीं दिखा. सोमवार को जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर प्रतीक पियुष ने शहर में पॅालीथिन बैन अभियान का रियलिटी चेक किया तो आम पब्लिक और दुकानदार पॉलीथिन उपयोग करते मिले.

पहले भी फेल हो चुका है अभियान

जिले में प्लास्टिक अभियान पहले भी अधिकारियों की लापरवाही के फेंट चढ़ चुका है. बताते चले कि शहर में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की जिम्मेदारी अक्षेस को है. बजार में प्लास्टिक की तुलना में कपड़े के बैग मंहगे होने के चलते दुकानदारों को सामान देने के लिए कपड़े के बैगों का प्रयोग करना पड़ रहा है जो कि दुकानदारों को मंहगा पड़ रहा है. वहीं घर से थैला न लेकर चलने में एक बार फिर से पॉलीथिन बाजार में दिखने लगी है. अधिकारी पालीथिन बनाने वाली फैक्ट्रियों में छापामारी न कर दुकानदारों को पकड़ रहे है.

पब्लिक को निभानी होगी जिम्मेदार नागरिक की भूमिका

शहर में पालीथिन प्रतिबंध को लेकर शहर में लंबे तक अभियान और ओवरनेस कार्यक्रम चलाये गये, 2018 में हो रही ताबड़तोड़ कार्यवाई से लोगों में सुधार हुआ था. पालीथिन प्रतिबंध से दुकानदारों को सामान बिक्री में अधिक खर्च करना पड़ता है, जिसके चलते दुकानदारों ने फिर से पालीथिन देना शुरू कर दिया है. लोगों को जागरुक करने के लिए विभिन्न सरकारी गैर संगठनों से जुड़कर कपड़े के बैग आदि का वितरण कराया गया था. अधिकारियों की शिथिलता के चलते दुकानदारों के हौसले बुलंद है और वह एक बार बिना किसी डर के प्लास्टिक बैक का प्रयोग कर रहे है.

वर्जन

जिले में प्लास्टिक में पूरी तरह बैन है, अगर कोई भी दुकानदार या आम आदमी प्लास्टिक का उपयोग करते पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. तीनों नगर निगमों के अधिकारियों को आदेश दिया जाएगा कि नोडल अधिकारियों के साथ छापेमारी कर दुकानदारों पर कार्रवाई करें.

-चंदन कुमार , एडीओ धालभूमगढ़ पूर्वीसिंहभूम