-पॉल्यूशन की रिपोर्ट देखकर एनजीटी जज ने लगाई फटकार

-एक माह में मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के इंतजाम करने के लिए कहा

बरेली : हाल ही में मंडल में बॉयो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने वाली कंपनी इनविराड को एनजीटी के आदेश पर सील किया गया। वहीं पॉल्यूशन करने वालों पर कार्रवाई न होने से पॉल्यूशन का ग्राफ काफी बढ़ा है। दोनों ही समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए वेडनसडे को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानि एनजीटी के जज और गंगा फेस-1 के अध्यक्ष अरुण टंडन ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर कई अहम बिंदुओं पर विभागीय अफसरों को दिशा-निर्देश जारी किए। वहीं उन्होंने जैव विवधता पार्क के लिए जमीन देखने का भी निर्देश दिया। इस मौके पर डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन, सीडीओ सत्येंद्र सिंह, बीडीए वीसी दिव्या मित्तल आदि मौजूद रहे।

एक साल में सिर्फ एक पर कार्रवाई

समीक्षा बैठक के दौरान जज ने प्रदूषण विभाग ने पिछले एक साल में हुई कार्रवाई का डाटा मांगा तो अफसर एक-दूसरे का मुंह ताकते नजर आए। जो रिपोर्ट विभाग की ओर से प्रस्तुत की गई, उसका आंकलन किया तो पता चला कि पिछले एक साल में प्रदूषण विभाग ने सिर्फ पांच ही निरीक्षण किए। वहीं सिर्फ शहर में सिर्फ एक ही बड़ी कार्रवाई की गई थी। इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जज ने हर माह प्रदूषण की रेश्यो रिपोर्ट के साथ ही शहर के औद्योगिक क्षेत्र में नियमित रूप से निरीक्षण करने के आदेश दिए।

इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई की तलवार

शहर में परसाखेड़ा ही बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, लेकिन प्रदूषण विभाग की उदासीनता के चलते इस एरिया में कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। पहले विभाग के पास कार्रवाई का अधिकार नहीं था, लेकिन अब एनजीटी ने प्रदूषण विभाग को कार्रवाई करने का अधिकार दे दिया है। बावजूद इसके विभाग ने निरीक्षण करने की जहमत तक नही उठाई।

एक माह में हो कंपनी से करार

मीटिंग के दौरान जज ने सीएमओ से पूछा कि कंपनी पर ताला लगने के बाद शहर में किस प्रकार मेडिकल वेस्ट का निस्तारण होगा। इस पर अधिकारी कोई जवाब नहीं दे सके। उन्होंने एक माह में अन्य कंपनी से करार कर समस्या का निस्तारण करने को कहा। साथ ही कहा कि निर्धारित अवधि में करार न होने पर संबंधित अधिकारियों पर फौरन एक्शन लिया जाएगा।

डेली करें निरीक्षण

जज ने हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसरों को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में बरेली मंडल की स्थिति सबसे दयनीय है। इसलिए पुख्ता इंतजाम कर इस रैंकिंग को सुधारने का प्रयास करें। शहर में किस प्रकार मेडिकल वेस्ट का निस्तारण हो रहा है इसकी गहनता से जांच की जाए, वहीं नियमित रुप से निरीक्षण कर निस्तारण की पारदर्शिता जानी जाए।

आपत्तियों की ली जानकारी

समीक्षा बैठक के बाद जज अरुण टंडन ने रजऊ में बने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान निगम के अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह को प्लांट शुरु होने के दौरान लगाई गई आपत्तियों की जानकारी ली।