हरियाली एवं जल विहार श्रृंगार पर कश्मीर सहित कई प्रदेशों के फूलों से सजा बाबा बटुक भैरव का दरबार

कमच्छा स्थित प्राचीन श्री बटुक भैरव मन्दिर का भव्य हरियाली श्रृंगार एवं जल विहार रविवार को हुआ। इस साल बाबा ने कमल आसन पर आरुढ़ हो भक्तों को दर्शन दिया। दिव्य झांकी का नयनाभिराम दर्शन कर भक्त निहाल हुए। सुबह से देर रात तक भक्तों की मंदिर में कतार लगी रही। सुबह पांच बजे बाबा का पंचामृत स्नान के बाद मंगला आरती हुई। आरती के बाद प्रसिद्व शहनाई वादक उस्ताद अली अब्बास खां एवं साथियों ने सुमधुर धुन 'गंगा द्वारे बधईयां बाजे' एवं अन्य सुरों की प्रस्तुति कर वातावरण भक्तिमय कर दिया। इसी के साथ श्रद्धालुओं द्वारा बाबा बटुक भैरव के दर्शन पूजन एवं प्रसाद वितरण का क्रम शुरू हुआ। संकल्प संस्था द्वारा भजन संध्या' कार्यक्रम का आयोजन हुआ। महन्त राकेश पुरी ने बाबा की महाआरती 1008 बत्ती वाले दीपदान एवं सवा किलो कपूर से किया। इस दौरान 51 भक्तों द्वारा डमरू बजाया जा रहा था।