कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली बनारस की वेटलिफ्टर पूनम यादव पर रोहनिया में हमला

बुआ से मिलने गयी पूनम को बचाने पहुंचे पिता और चाचा हुए घायल, पुलिस ने बचायी वेटलिफ्टर की जान

VARANASI

कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर अपने घर लौटने वाली जिस पूनम यादव के सम्मान में कल तक पूरा बनारस जुटा था शनिवार को उसका ही अपमान कर दिया। रोहनिया के मुंगवार स्थित बुआ के घर मिलने गयी पावर गर्ल पर हमला कर दिया। उसके पिता और चाचा को पीटकर लहूलुहान कर दिया। उनकी गाडि़यों को तोड़ दिया। पथराव व भारी अफरातफरी के बीच पुलिस ने पूनम को जैसे-तैसे गांव से बाहर निकाल सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। घटना में दोनों पक्षों से 13 लोग घायल हुए हैं। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

अचानक किया हमला

दांदूपुर की रहने वाली वेटलिफ्टर पूनम यादव आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में गोल्ड मेडल जीतने के बाद शुक्रवार को अपने घर आयी थी। परिवारवालों के साथ खुशियां बांटने के बाद शनिवार को वह बुआ से मिलने रोहनिया के लिए निकली। कार से वह और उसका दोस्त, स्कूटी पर चाचा व उनका बेटा तथा बाइक से पिता भी बुआ के घर पहुंचे। वहां मिलने के बाद वह घर के निकल पड़ी। कुछ ही दूर पहुंची थी कि फोन आया कि बुआ के परिवारवालों के साथ पड़ोसियों से जमीन का विवाद हो गया है। वह सीधे थाने पहुंची और पुलिस को लेकर गांव पहुंची। उसे देखते ही विपक्षियों सहित ग्रामीणों ने ईट-पत्थर व डंडे लेकर दौड़ा लिया। बेटी को घिरता देख पिता कैलाश यादव, चाचा गुलाब व भाई छोटू बीच-बचाव करने लगे। इस पर ग्रामीण उग्र होकर उनकी पिटाई शुरू कर दिए। दोनों तरफ से लाठी-डंडा चलता देख पुलिस ने हल्की लाठियां भांजकर ग्रामीणों को खदेड़ा और पूनम को सुरक्षित गांव से बाहर निकाला।

लम्बे समय से है विवाद

मुंगवार निवासी पूनम के रिश्तेदार मिट्ठू यादव व कैलाश यादव तथा दूसरे पक्ष के लूल्लूर यादव के बीच जमीन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। शनिवार की सुबह करीब आठ बजे दोनों पक्षों में इसी को लेकर विवाद हुआ था। इसकी सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत कराया था। दोपहर के समय पहुंची पूनम को देख दूसरा पक्ष हमलावर हो गया। पूनम यादव के रिश्तेदारों का आरोप है कि बिटिया घर पर मिलने आई थी। उसी दौरान विपक्षी विवाद करने लगे। मौके पर चार बाइक को ग्रामीणों ने तोड़ डाला। इनमें पूनम यादव की स्कूटी भी शामिल है। पूनम के पिता कैलाश व चाचा गुलाब का कहना है कि गोल्ड मेडल जीतने के बाद बिटिया बुआ से मिलने गई थीं। तभी खुन्नस खाए लूल्लूर यादव के पक्ष के लोगों ने हमला कर दिया। उन्होंने गांव के प्रधान पति श्रीप्रकाश यादव पर ललकारने का आरोप लगाया। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

देश की शान है पूनम

जिस वेलटिफ्टर पूनम यादव पर रोहनिया में हमला किया गया वो सिर्फ बनारस ही नहीं पूरे देश की शान है। उसने 2014 में ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को ब्रांज मेडल दिलाया था। कुछ दिनों पहले आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में गोल्ड मेडल जीता। अभी एशियन गेम्स के लिए के लिए तैयारी कर रही है। सभी को उम्मीद है कि वह बेहतर प्रदर्शन करेगी। यही नहीं पूनम से ओलम्पिक में भी मेडल की आश पूरा देश लगाए हुए है। उस पर हुए हमले से पूरा खेल जगत स्तब्ध है। पुलिस ने भी इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी तेज हो गयी है।

घटना की जानकारी मिलते ही गांव पहुंचकर पुलिस ने मामला शांत करा दिया। तहरीर के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अमित कुमार, एसपी ग्रामीण

मैं बुआ के घर मिलने गयी थी। वहां कई लोगों ने मेरे ऊपर हमला कर दिया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मेरी जान बचायी। मेरे पिता, चाचा को मारपीट करके घायल कर दिया गया।

पूनम यादव, इंटरनेशनल वेटलिफ्टर