फीरोजाबाद : जिले में राज्य पोषण मिशन को और अधिक गति देने पर शुक्रवार को विकास भवन में चर्चा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने संस्थागत प्रसब और बाल पोषण पर समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश अफसरों को दिए। घर घर सर्वे कर गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन करने पर भी विशेष जोर दिया गया।

प्रदेश सरकार पांच साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रही है। दो महीने तक प्रदेश में विशेष रूप से राज्य पोषण मिशन चलाया जा रहा है। डीएम और सीडीओ के साथ ही 10 जिलास्तरीय अधिकारियों को दो दो कुपोषित गांव पहले ही गोद दे दिए गए हैं। अब सभी गांवों में गर्भवती महिलाओं के नियमित टीकाकरण एवं संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया जा रहा है। विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ सुजीत कुमार ने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चों में कुपोषण की समस्या ज्यादा आती है।

इन परिवारों की आर्थिक स्थिति को मनरेगा से काम दिलाकर, पशु चिकित्सा विभाग अन्य तरीके से रोजगार दिला सकता है। वहीं पूर्ति विभाग की जिम्मेदारी है कि इन परिवारों के राशन कार्ड बनवाए, जिला पंचायत राज विभाग शौचालय बनवाकर बच्चों को बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है। सीडीओ ने बताया कि कुपोषण मिटाने में जिले में अब तक जो प्रयास हुए हैं। प्रदेश में उसका सराहा जा रहा है, लेकिन अभी काफी कुछ करना बाकी है। बैठक में अपर जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, जिला विकास अधिकारी आरके राम, बीएसए बालमुकुंद प्रसाद, जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, धर्मेंद्र कुलश्रेष्ठ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।