- तीन लाख की आबादी को जोड़ने वाली रोड है बदहाल

- साल 2006 में हुआ था निर्माण, इसके बाद नहीं हुई मरम्मत

- रोड में हुए गहरे गड्ढे, आए दिन हो रही हैं दुर्घटनाएं

- अब एमडीए ने निर्माण की कवायद शुरू की, पर मामला फिर अटका

Meerut: दिल्ली रोड को बिजली बंबा बाइपास से जोड़ने और करीब तीन लाख आबादी के आवागमन का जरिया बनी सरस्वती लोक रोड पिछले आठ साल से अपने मालिक की तलाश कर रही है। साल ख्00म् में रोड का निर्माण हुआ था, इसके बाद रोड को देखने के लिए कोई नहीं आया। मरम्मत के अभाव के चलते अब रोड की हालत बद से बदतर हो गई है। रोड में दो से तीन फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं और आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। रोड की मरम्मत के लिए प्रभावित हो रहे लोग कई बार आला अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। तमाम कोशिशों के बाद एमडीए ने रोड के निर्माण की कवायद शुरू की है, लेकिन कोशिश पर फिर से विराम लगता नजर आ रहा है।

कौन है रोड का मालिक

दिल्ली रोड से शुरू होकर सरस्वती लोक और नूर नगर से मुस्लिम आबादी को जोड़ने वाली रोड अपने मालिक की तलाश में बदहाल है। आठ साल पहले रोड का निर्माण हुआ। तब से अब तक कोई रोड की तरह देखने नहीं आया। स्थानीय पार्षद के अनुसार रोड निर्माण के लिए उन्होंने अपने स्तर से कई बार कोशिश की, लेकिन नगर निगम, आवास विकास, एमडीए ने रोड को अपना मानने से इनकार कर दिया। रोड निर्माण की कई बार कोशिश की गई, लेकिन सभी विभागों ने रोड को एक-दूसरे की बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

तीन लाख के लिए नासूर

रोड का क्षतिग्रस्त होना तीन लाख की आबादी के लिए सालों से नासूर बना हुआ है। दिल्ली रोड से शुरू होकर रोड सरस्वती लोक, नूर नगर से होकर बिजली बंबा बाइपास तक पहुंचती है। उधर, रोड के ठीक सामने नवीन मंडी है, इस कारण प्रति दिन सैकड़ों वाहन इस रोड से गुजरते हैं, लेकिन रोड के क्षतिग्रस्त होने के कारण आए दिन वाहन पलट जाते हैं और लोग भी घायल हो जाते हैं। रोड का क्षतिग्रस्त होना कई बार हंगामे का कारण भी बन चुका है।

जागी अधूरी उम्मीद

पब्लिक की कोशिशों के बाद एमडीए को रोड की हालत पर तरस आया और इसके लिए क्.क्7 करोड़ का बजट तय किया। एमडीए की ओर से टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, लेकिन इससे पहले प्रस्ताव को कमिश्नर के पास स्वीकृत होने के लिए भेजा जाना है और अभी नए कमिश्नर मेरठ में नहीं आए हैं। ऐसे में तैयार किया गया प्रस्ताव अभी फाइल में ही है।

सरस्वती लोक-नूरनगर रोड के निर्माण के लिए क्.क्7 करोड का बजट तय किया गया है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने से रोड का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

- इंदू शेखर, चीफ इंजीनियर, एमडीए

अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा ही प्रयासरत रहता हूं, कभी किसी ने आकर मुझसे इस रोड के संबंध में शिकायत नहीं की, लेकिन अपने स्तर से रोड के निर्माण का प्रयास करूंगा।

- रविंद्र भड़ाना, विधायक, मेरठ दक्षिण

सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि इस रोड को कोई अपनी मानने के लिए तैयार नहीं है, अब एमडीए ने रोड के निर्माण की तैयारी शुरू की है।

- तरुण गोयल, स्थानीय पार्षद