आगरा। आजादी के 71 वर्ष आज जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े ख्वाब दिखाते हैं, विकास के दावे करते हैं, लेकिन इसके उलट हकीकत ये है कि अब भी लोगों को अंधेरे से मुक्तिनहीं मिल सकी है। गर्मी हो या सर्दी, बिना किसी सूचना के कभी भी बिजली गुल हो जाती है। बिजली सप्लाई की खस्ताहाल व्यवस्था से उद्योग तो प्रभावित होते ही हैं, आमजन भी परेशान रहता है। ऐसे में सवाल है कि अंधेरे से कब आजादी मिलेगी?

निर्देश के बाद भी नहीं 24 घंटे सप्लाई

टीटीजेड एरिया में सुप्रीम कोर्ट के नियमानुसार 24 घंटे आपूर्ति के निर्देश हैं। बावजूद इसके 24 घंटे में से मात्र 16 घंटे ही आपूर्ति प्राप्त हो पा रही है। यह स्थिति शहर से लेकर देहात तक है। जरूरत के हिसाब से यूपी पॉवर कॉरपोरेशन बिजली उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। वहीं, इस बारे में ट्रांसमिशन के अधिकारियों का कहना है कि उनके यहां से लोकल स्तर से कोई कटौती नहीं की जा रही है। लखनऊ के कंट्रोल रूम के निर्देशों में रोस्टिंग हो रही है। बता दें, आगरा में बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2015 में 400 केवी पीलीपोखर सबस्टेशन पर 315 एमवीए के ट्रांसफार्मर की जगह 500 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाया जा चुका है।