शहर में 24 घंटे बिजली का वादा हवा-हवाई, चार घंटे कट, 3 घंटे का ले रहे शटडाउन

रेलवे ट्रैक के नीचे केबल कटने से आधा दर्जन क्षेत्रों में 36 घंटे तक ब्लैक आउट

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रेलवे ट्रैक के नीचे केबल कटने से आधा दर्जन क्षेत्रों में फ्म् घंटे तक ब्लैक आउट

VARANASI:

VARANASI:

भीषण गर्मी और उमस से पहले ही लोगों का जिना मुहाल है. ऐसे में यदि ख्ब् घंटे बिजली के वादे के बावजूद सात घंटे तक बिजली ना मिले, तो इसे क्या कहेंगे. जी हां, पीएम के संसदीय क्षेत्र के लोगों के साथ यही हो रहा है. यहां के लोगों को क्म् से क्8 घंटे की बिजली भी बहुत मुश्किल से मिल रही है. पर डे पांच से छह बार ट्रिपिंग हो रही है. चितईपुर, अवलेसपुर, नरिया, डाफी चौकाघाट, मंडुवाडीह, लहरतारा, सिगरा आदि एरिया में धुआंधार कटौती हो रही है. कुछ एरिया में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर तीन घंटे के शटडाउन के नाम पर चार से पांच घंटे तक की कटौती कर दी जा रही है.

ट्रिपिंग ने उड़ाई नींद

चौकाघाट, हुकुलगंज, पांडेयपुर, सारनाथ क्षेत्र में रविवार को सुबह से रात तक पांच बार बिजली कटी. जगतगंज, तेलियाबाग इलाके में आधा दर्जन बार ट्रिपिंग की शिकायत सामने आई. ऐसे दिन तो किसी तरह गुजर जा रहा है, लेकिन रात काटनी मुश्किल हो जाती है. राविवार को लहरतारा क्षेत्र में दोपहर से शाम तक बिजली की आंख मिचौली चलती रही. सामनेघाट, लंका, लक्सा, गोदौलिया क्षेत्र में ट्रिपिंग का सिलसिला जारी रहा. सूत्रों की मानें तो पेट्रोलिंग में कोताही से लगातार ट्रिपिंग की शिकायतें आ रही हैं. पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के सख्त निर्देश के बाद भी ट्रिपिंग और फॉल्ट की समस्या दूर नहीं हो पा रही है. पीवीवीएनएल के अधिकारियों की दलील है कि ऐसा किसी फीडर से नहीं बल्कि ट्रांसफॉर्मर व एमसीबी में दिक्कत से हो रहा है. यदि किसी एरिया में बिजली जा रही है तो इसके लिए लोकल फॉल्ट या ओवरलोड कारण हो सकता है.

सिगरा महमूरगंज में क्ख् घंटे

भीषण गर्मी में अगर एक मिनट के लिए बिजली गुल हो जाए तो लोग परेशान हो जाते हैं. लेकिन सिगरा-महमूरगंज एरिया में अंडरग्राउंड केबल कटने से फ्म् घंटे बिजली गुल रही. हालांकि दूसरे फीडर से सप्लाई देकर क्8 घंटे सप्लाई दी गई. शनिवार दोपहर एक बजे क्फ्ख् केवी उपकेन्द्र वाराणसी कैंट से फ्फ् केवी सिगरा-क् फीडर में आने वाली भूमिगत सप्लाई की केबिल कटने से आपूर्ति ठप हो गई. इससे सिगरा, महमूरगंज क्षेत्र से सटे दर्जनों एरिया में बिजली गुल रही. काफी प्रयास के बाद भी फाल्ट का पता न चला. इसके बाद अधिकारियों ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नगर निगम फीडर से महमूरगंज में सप्लाई शुरू की. हालांकि उस फीडर पर लोड न पड़े इसलिए दो-दो घंटे का ब्रेक डाउन चलता रहा. इस तरह इस एरिया में क्ख् घंटे की ही सप्लाई मिली.

ख्ब् घंटे में क्ख् बार कट

हर दो घंटे में बिजली गुल होने की परेशानी बनारस के लगभग हर एरिया में है. कहने को उपभोक्ताओं को डिमांड के मुताबिक बिजली सप्लाई दी जा रही है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. शहर में अभी भी कभी लोकल फॉल्ट तो कभी आईपीडीएस, डिस्मेंटलिंग के नाम पर कटौती हो रही है. इधर विभाग प्रशासनिक अधिकारियों से यह कहकर अपनी पीठ थपथपा रहा है कि ख्ब् घंटे सप्लाई दी जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में हालत तो और भी खराब है. वहां तो लगातीार चार घंटे की अघोषित कटौती की जा रही है.

ओवरलोड से गिर रही एमसीबी

अधिकारियों का कहना है गर्मी की वजह से शहर में बिजली की मांग बढ़ गई है. इन दिनों ज्यादातर उपभोक्ताओं के घरों में एसी, फ्रीज व कूलर का यूज हो रहा है.इसकी वजह से ट्रांसफॉर्मर व गली मसहल्लों में लगे आईपीडीएस जंक्शन बॉक्स के एमसीबी में प्रॉब्लम आ रही है. जिन इलाकों में जंक्शन बॉक्स लगा है वहां लोड ज्यादा है. ऐसे में जैसे ही बॉक्स पर लोड पड़ रहा है वैसे ही एमसीबी गिर जा रही है.

एक नजर

700

मेगावाट बिजली की जिले में रोजाना हो रही खपत

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मेगावॉट शहरी क्षेत्र में

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मेगावॉट ग्रामीण क्षेत्रों में

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मेगावाट की खपत पीक ऑवर में

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सामान्य समय में

एक से दो घंटे में पावर कट फीडर से नहीं हो रहा है. एरिया वाइज प्रॉब्लम आ रही है. कई इलाकों में लोड ज्यादा बढ़ने से फाल्ट आ रहा है.

आशीष अस्थाना, एसई, पीवीवीएनएल

एयर फोर्स इलाके में बाउंड्री बनाने के दौरान रेलवे ट्रैक के पास खोदाई की गई थी. जेसीबी से खोदाई के कारण केबल कट गया. काफी मशक्कत के बाद फॉल्ट मिला. रात तक आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी.

डीकेडी द्विवेदी, एक्सईएन, चौकाघाट