RANCHI: राजधानी रांची सहित राज्य भर में बुधवार को लोग भीषण गर्मी में बिजली के बिना बेहाल रहे। रांची, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, धनबाद, गिरिडीह समेत कई जिलों में पांच से सात घंटे बिजली बिजली गुल रही। राज्य में 241 मेगावाट बिजली की कमी दर्ज की गई है। जरूरत 886 मेगावाट की थी, लेकिन बिजली सिर्फ 645 मेगावाट ही मिली। नतीजन, विभिन्न इलाकों में लोड शेडिंग की गई।
घंटों लोड शेडिंग
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो व चतरा जिले में घंटों लोड शेडिंग की जा रही है। इन जिलों मे डीवीसी द्वारा बिजली सप्लाई की जाती है। लोड शेडिंग के कारण पलामू, कोल्हान, संथाल परगना में एक-एक घंटे में बिजली का आना-जारी रहा। इसकी वजह से लोगो को काफ परेशानियों का सामना करना पड़ा।
राजधानी में 6 घंटे पावर कट
राजधानी रांची में ग्रिड में प्रॉब्लम आने के बाद लालपुर, अशोकनगर, कोकर, करमटोली, मोरहाबादी, कांटाटोली सहित कई इलाकों में छह घंटे तक बिजली नहीं रही। इससे लोग गर्मी में काफी परेशान रहे।
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तेनुघाट से जीरो प्रोडक्शन
बुधवार की दोपहर ग्रिड में परेशानी आने के बाद टीवीएनएल की दोनों यूनिट ठप हो गई। नतीजन, शाम पांच बजे तक दोनों यूनिट से उत्पादन नहीं हो पाया। एक यूनिट से पिछले दो दिनों से उत्पादन बंद है, वहीं दूसरे यूनिट में भी बुधवार को परेशानी हो गई। इससे राज्य को बिजली नहीं मिल पाई। पतरातू थर्मल पावर की दोनों यूनिट से 10 मेगावाट ही बिजली का उत्पादन हो पाया। इस कारण राजधानी पर लोड बढ़ा और बिजली कटनी शुरू हो गई। इनलैंड पावर प्लांट से भी बुधवार को उत्पादन नहीं हुआ। आधुनिक पावर से भी 125 की जगह 85 मेगावाट ही बिजली मिली।
कांके ग्रिड से सप्लाई ठप
कांके ग्रिड से राजधानी को 30 मेगावाट के करीब बिजली मिलती है, लेकिन बुधवार को एक ट्रक ने इस एरिया की ट्रांसमिशन पोल को तोड़ दिया। इससे राजधानी में पहुंचने वाली बिजली नहीं पहुंच पाई। बाद में नामकुम ग्रिड से थोड़ी-थोड़ी बिजली दी जाने लगे। कई इलाके बिना बिजली के ही रहे।
राज्य में शाम 5 बजे तक बिजली उत्पादन
पीटीपीएस की दो यूनिट 10 मेगावाट
टीवीएनल की दो यूनिट 0 मेगावाट
इनलैंड पावर 0 मेगावाट
सेंट्रल कोटा 496 मेगावाट
आधुनिक पावर 85 मेगावाट
वर्जन
बुधवार को दिन में बिजली की थोड़ी परेशानी रही। कांके एरिया में पूल बन रहा है। वहीं, ट्रांसमिशन लाइन का पोल गिरने के कारण मोरहाबादी फीडर में बिजली नहीं पहुंच पाई। टीवीएनल के प्लांट से पूरे दिन उत्पादन नहीं हो पाया, लेकिन शाम तक टीवीएनएल की एक यूनिट चालू कर दी गई। हमलोग पीक आवर के लिए राजधानी में 100 मेगावाट बिजली लेते हैं।
-राहुल पुरवार, एमडी, झारखंड बिजली वितरण निगम