- घर की तरह ऑफिस व पब्लिक प्लेसेज में बिजली के इस्तेमाल को लेकर गंभीर नहीं हैं शहरवासी

- जागरूकता से हर महीने बचाई जा सकती है 25 करोड़ की बिजली

KANPUR : बिजली की कमी का रोना हम सभी रोते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि बिजली की फिजूलखर्ची करने में कानपुराइट्स कहीं से पीछे नहीं हैं। खासकर तब जब मामला ऑफिस और सार्वजनिक स्थान पर बिजली के इस्तेमाल का हो। क्योंकि इन जगहों पर लोगों को बिजली के बिल की उतनी टेंशन नहीं होती, जितना कि अपने घर के बिजली के बिल के लिए होती है।

करोड़ों की फिजूलखर्ची

पढ़कर आप चौंक जाएंगे, लेकिन एक महीने में कानपुराइट्स 75 मिलियन यूनिट बिजली यानि लगभग 63 करोड़ रुपए की बिजली फिजूलखर्ची में बर्बाद कर देते हैं। यह हाल तब है जबकि शहर को डिमांड के हिसाब से पूरी बिजली मिल नहीं पाती। आंकड़ों के अनुसार कानपुराइट्स को हर महीने 350 मिलियन यूनिट बिजली की जरुरत होती है। मगर, इसकी तुलना में सिर्फ 300 यूनिट बिजली ही मिल पाती है।

पॉवर कट्स और रोस्टरिंग का झंझट

लगातार ओवरलोडिंग और बिजली चोरी के कारण पॉवर कट्स आम बात हो चुकी है। रोजाना लोकल पॉवर कट्स के कारण औसतन 4 घंटे बिजली गुल रहती है। जबकि 2-3 घंटे तक रेगुलर रोस्टरिंग की जा रही है। करीब 5 लाख 40 हजार घरेलू-कॉमर्शियल कनेक्शन वाले इस शहर में हर महीने कानपुराइट्स 175 करोड़ रुपए बतौर बिजली का बिल जमा करते हैं।

थोड़ी सी बचत से मालामाल

अगर कानपुराइट्स फिजूलखर्ची की आदत पर लगाम लगा लें तो न सिर्फ बिजली की क्राइसिस को काफी कम किया जा सकता है। बल्कि, केस्को उपभोक्ता बिजली का बिल भी कम कर सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक अगर हर व्यक्ति 2 यूनिट बिजली बचा ले तो हर महीने 50 मिलियन यूनिट बिजली बचाई जा सकती है। बतौर बिल यह रकम 25 करोड़ के आसपास बैठती है।

कानपुराइट्स को बिजली बचाने के लिए ही एलईडी बल्बों का वितरण करवाया जा रहा है। थोड़ी सी अवेयरनेस से कंज्यूमर्स काफी बिजली बचा सकते हैं। जिससे बिजली संकट से काफी राहत मिल सकती है।

- आरडी पांडेय, मीडिया प्रभारी, केस्को

ऐसे बचा सकते हैं 20-30 परसेंट बिजली का बिल

- दिन के समय रोशनी के लिए लाइट मत जलाएं। प्राकृतिक हवा व रोशनी का इस्तेमाल करें।

- घर या कमरा बंद करने से पहले बिजली की लाइट व पंखे बंद कर दें।

- फिलामेंट लैम्प की तुलना में पतली ट्यूब लाइट का इस्तेमाल करें।

- फ्रिज को बार-बार मत खोलें। इसे रेगुलर बेसिस पर डी-फ्रास्ट जरूर करें।

- वॉशिंग मशीन के बजाय कपड़ों को सूरज की रोशनी में सुखाएं।

- खाना बनाने के लिए इलेक्ट्रिकल एप्लायंस के बजाय प्रेशर कुकर का यूज करें।

- पानी गर्म होने के बाद गीजर स्विच-ऑफ कर दें और घर के सभी सदस्य एक के बाद एक नहा लें। जिससे ज्यादा बिजली बर्बाद न हो।

- हो सके तो सुबह 6 से 9 बजे व शाम 5 बजे से रात 8 बजे के बीच हैवी इलेक्ट्रिक एप्लांयेज का इस्तेमाल मत करें।