-अस्सी में भगवान जगन्नाथ समेत तीनों विग्रहों को मंदिर से बाहर निकालकर कराया गया स्नान

-नहाने के बाद भगवान पड़े बीमार, अब करेंगे आराम, काढ़े के सेवन के बाद होंगे चकाचक फिर देंगे दर्शन

VARANASI: सबके पालनकर्ता, दुखहर्ता और सभी को चंगा रखने वाले प्रभु जगन्नाथ को शुक्रवार को उनके भक्तों ने इतना नहलाया कि वो बीमार पड़ गए। तबीयत खराब होने के बाद वो अपनी बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलभद्र संग आराम करने चले गए हैं। अब क्भ् दिनों तक आराम करने के बाद प्रभु ख्8 जून को अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर से पालकी में सवार होकर निकलेंगे और रात में सिगरा स्थित बेनीराम के बगीचे में पहुंचेंगे। इसी के साथ शुरू हो जायेगा तीन दिनी रथयात्रा मेला। इन पन्द्रह दिनों के दौरान प्रभु, उनके भाई व बहन को चंगा करने के लिए भक्त डेली नये नये काढ़ों का भोग लगायेंगे।

पूरे दिन चला दौर

शुक्रवार को अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर से सुबह ही भगवान जगन्नाथ समेत बलभद्र व सुभद्रा को निकालकर मंदिर की छत पर बैठाया गया। सफेद कपड़ों में तीनों को बारी-बारी से अलग-अलग नदियों के जल से स्नान कराया गया। इसके बाद शुरू हुआ भक्तों की ओर से प्रभु को स्नान कराने का दौर। दूर दराज से आये भक्त प्रभु जगन्नाथ को नहलाते हुए उनसे अपनी हर मनोकामना पूरी होने का आशीष भी मांगते रहे। नहलाने का दौर पूरे दिन चला। जिसके कारण भगवान बीमार पड़ गए।

अब करेंगे आराम

भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा अत्यधिक नहाने के कारण बीमार पड़ गए तो उनके भक्तों ने आराम कराने के लिए उन्हें एक कमरे में बंद कर उसमें किसी के भी जाने पर पाबंदी लगा दी। अब अगले क्भ् दिनों तक प्रभु के दर्शन नहीं होंगे और भक्त उनको स्पेशल काढ़ों का भोग लगाकर उन्हें चंगा करने में जुटे रहेंगे। इस बीच प्रभु को परवल के काढ़े का भोग लगाया जायेगा। जिसके बाद प्रभु ठीक होंगे और फिर शहर भ्रमण करने के बाद ख्8 जून को पहुंचेंगे अपनी ससुराल रथयात्रा। यहां प्रभु बिराजेंगे रथ पर और फिर भाई बलभद्र, देवी सुभद्रा संग भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देंगे।