इस व्रत में भगवान शिव शंकर की पूजा की जाती है। कभी दिग्म्बर कपालधारी भगवान विचरण करते हैं तो कभी पर्वत पर विराजमान कभी अत्याधिक शुभ अंकिचन एवं अकर्मशील को सब कुछ दे देते हैं तो कभी गुस्से में भस्म कर देते हैं। वहीं कभी मतवाले निक्षिप्त की तरह आचरण-विवरण करते हैं। वास्तव में शिव योगीश्वर हैं क्योंकि भगवान शिव भोले भण्डारी हैं।

फिलहाल राशि के अनुसार सूर्य प्रदोष में क्या चढ़ाएं, ये जान जाएं...

मेष: सुख-शान्ति, उच्च शिक्षा, वाहन, मात्र सुख, भवन सुख के लिए सभी पक्रार के पुष्प चढ़ाएं।

वृष: बल, पराक्रम, कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। भाई-बहन में स्नेह बढ़ेगा। शुभ फल के लिए अकौड़े का पुष्प चढ़ाएं।

मिथुन: परिजनों का सहयोग, अच्छी वाणी और श्रेष्ठ समप्रेषण क्षमता प्राप्ति के लिए सभी के शमी के पत्ते चढ़ाएं।

कर्क: सुख-समृद्धि, अनुकूल स्वास्थ्य, सभी भौतिक सुख-सुविधाओं सहित मानसिक शान्ति मिलेगी।

सिंह: मानसिक शान्ति, यश में वृद्धि, ईश्वर के प्रति आस्था के लिए कनेर व धतूरा के पुष्प अर्पित करें।

कन्या: आर्थिक लाभ, बड़े भाई-बहन का सहयोग और मित्रों के उत्तम सहयोग के लिए कुश के फूल चढ़ाएं।

तुला: पितृ सहयोग, कार्य क्षेत्र में उन्नति, समाज में यश एवं प्रतिष्ठा जैसे लाभ पाने के लिए मदार का पुष्प चढ़ाएं।

वृश्चिक: भाग्योन्नति, पितृ स्नेह, पिता से धनप्राप्ति, जीवन में भौतिक उन्नति के लिए सभी प्रकार के पुष्प चढ़ाएं।

धनु: पूर्वजों का स्नेह और श्रेष्ठ आयु के लिए कनेर के पुष्प चढ़ाएं।

मकर:  इस राशि वाले शुभ वैवाहिक जीवन और आर्थिक उन्नति के लिए नीला कमल का फूल चढ़ाएं।

कुंभ: शत्रुओं से रक्षा, रोग एवं पीड़ाओं से मुक्ति के लिए नीला कमल एवं धतूरा चढ़ाएं।

मीन: श्रेष्ठ बुद्धि, आत्मविश्वस, अनुकूल सम्पत्ति, उच्च विद्या, शुभ फल प्राप्त करने के लिए कनेर के पुष्प चढ़ाएं।

नोट:  बम-बम की आवाज करते हुए धतूरा, अकौड़ा, पिल्वपत्र अवश्य चढ़ाएं। सूर्य प्रदोष 24 नवम्बर, 2019 को पड़ रहा है।

- ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडेय

Pradosh Vrat 2019: गुरुवार के दिन पड़े प्रदोष व्रत में ऐसे करें पूजन, मिलेगी कर्जे से मुक्ति