- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चुनावी प्रबंधन संभाल चुके प्रशांत किशोर गुरुवार को लखनऊ पहुंचे

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की टक्कर सीधे भाजपा से है। कांग्रेस को किसी भी कीमत में भारतीय जनता पार्टी को हल्के में लेने की भूल नहीं करनी चाहिए। साथ ही कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो भाजपा हरा सकती है। यह कहना था प्रशांत किशोर का। वह गुरुवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और कांग्रेसियों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति पर बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चुनावी प्रबंधन संभाल चुके प्रशांत किशोर ने माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस कार्यायल में कांग्रेसियों को उत्साहवर्धन किया। कांग्रेस मुख्यालय में प्रशांत ने प्रदेश उपाध्यक्ष, महासचिव और विभिन्न जिला शहरों के अध्यक्षों की क्लास ली। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव जीते तो तय है कि 2019 में होने वाले चुनाव भी कांग्रेस की जीत तय है। उन्होंने कांग्रेसियों से कहा कि आपकी लड़ाई किसी अन्य पार्टी से नहीं है। सपा और बसपा को भूल कर सिर्फ भाजपा पर ही ध्यान दे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पिछले कई सालों से सत्ता में भले ना हो तो निराश होने की जरूरत नहीं है। पार्टी में अभी बहुत दम है। बस जरूरत है कि जमीनी कार्यकर्ताओं को सामने आकर संघर्ष करने की। उन्होंने जिलाध्यक्षों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के मुद्दो पर ही फोकस करे। पार्टी के कार्यकर्ता देश की नहीं सिर्फ अपने जिले की कि फिक्र करे। । प्रशांत किशोर पार्टी के दिग्गजों को एक प्रोफार्मा भी सौंपा। जिसमें कार्यकर्ताओं को प्वाइंट दिए गए थे जिन पर उन्हें काम करना है। उन्होंने सभी जिलों से 20 ऐसे कांग्रेसियों की डिमांड की है जिन्हें ना पद का लालच ना हो। वे सिर्फ पार्टी के लिए काम करे। उन्होंने जिलाध्यक्षों से कहा कि सामाजिक संस्थाओं और स्वयं सेवी संगठनों को पार्टी से जोडे़।

पार्टी की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि प्रशांत किशोर पार्टी के लिए नई रणनीति लेकर आए है। जब उनसे पूछा गया कि इलेक्शन के लिए उन्हें कितनी रकम दी गई है, तो उन्होंने कहा कि जिस तरह से अन्य प्रोफेसर और स्टूडेंट्स हमसे जुड़े हैं, उसी तरह से प्रशांत किशोर भी हमारे साथ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रत्याशियों के चयन में भी प्रशांत किशोर ही करेंगे तो उन्होंने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। हम संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेज देते हैं, वहीं उस पर फैसला लेते हैं। प्रदेश कार्यालय में नेशनल कांग्रेस की डिजिटल टीम की सदस्य और जनसूचना अधिकार प्रकोष्ठ की प्रवक्ता आस्था तिवारी ने प्रत्याशियों के चयन प्रक्रिया के संबंध में एक सुझाव पत्र प्रशांत किशोर को सौंपा।