प्रयागराज (ब्यूरो)। भाजपा सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली के निधन पर लोगों ने शोक व्यक्त किया। भाजपाइयों सहित समाज के अन्य लोगों ने जगह-जगह सभाएं कर जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कुछ लोगों ने अरुण जेटली से जुड़े संस्मरण भी साझा किए। वैसे तो उनका प्रयागराज से सीधा रिश्ता नहीं था। लेकिन तीन बार वह संगमनगरी में उपस्थिति दर्ज करा चुके थे।

जीता था कार्यकर्ताओं का दिल

अरुण जेटली प्रयागराज में सबसे पहले 2004 में आए थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में कटरा चौराहे और मेजा में जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान पूर्व सांसद मुरली मनोहर जोशी भी चुनाव लड़ रहे थे। भाजपा नेता नरेंद्र देव पांडेय कहते हैं कि जेटलीजी अपने उदार स्वभाव के लिए कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय थे। उन्हें कोई भी बात कहनी होती थी तो वह उदारता के साथ पेश आते थे। इसीलिए उनका कार्यकर्ताओं के बीच अधिक सम्मान होता था। 2009 में भी वह शहर में चुनाव प्रचार के लिए आए थे।

राजनीतिक गुरु मानते हैं सिद्धार्थनाथ

उप्र के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है कि वह जेटली को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं, उसमें उनका पूरा योगदान व मार्गदर्शन है। उन्होंने बताया कि कैसे अच्छा प्रवक्ता बना जा सकता है। उनके निधन से देश को बड़ी क्षति हुई है।

तारीफ सुनकर हुए थे गदगद

अंतिम बार अरुण जेटली प्रयागराज में 2016 में आयोजित भाजपा कार्यकारिणी में आए थे। एक संस्मरण यादकर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ संयोजक डॉ। एलएस ओझा कहते हैं कि जेटलीजी ने मुझे आइडेंटिकल पर्सनैलिटी कहा था। मैं इस आयोजन में मार्गदर्शक मंडल में था। तारीफ पर मेरे खुशी व्यक्त करने पर उन्होंने मुस्कुराकर इसका जवाब दिया था। अपनी तबीयत नासाज रहने के चलते जेटली पिछले चुनाव में प्रयागराज नहीं आ सके थे।

इन्होंने व्यक्त किया शोक

अरुण जेटली के निधन पर अखिल भारतीय व्यापार मंडल की ओर से अमर वैश्य मुन्ना भइया के नेतृत्व में बहादुरगंज, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामरक्षा द्विवेदी की अध्यक्षता में में शोकसभा का आयोजन किया गया। भाजपा विधायक दल के उपनेता व एमएलसी डा। यज्ञदत्त शर्मा ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमने एक कुशल नेता खो दिया है।