प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने तैयार कराया है वीडियो

आदि शंकराचार्य की का वीडियो में किया गया गलत जिक्र

ALLAHABAD: संगम की रेती पर चार महीने के बाद दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेला कुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इसकी गौरव गाथा पूरी दुनिया को दिखाने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से करीब तीन मिनट का 'कुंभ गाथा' वीडियो जारी किया गया है। इस वीडियो में आदि शंकराचार्य जिन्हें भगवान भोलेनाथ का अवतार माना जाता है और जिन्होंने देश में चार मठों की स्थापना की थी की मृत्यु तिथि ही वीडियो में बदल दी गयी है।

820 ई। की जगह 822 ई। का जिक्र

प्राधिकरण की ओर से मंगलवार को कुंभ गाथा वीडियो कुंभ की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। इस वीडियो को दुनिया भर के सवा करोड़ से ज्यादा लोग अब तक डाउनलोड करके देख चुके हैं। वीडियो में एक जगह पर आदि शंकराचार्य का चित्र दिखाकर उसके नीचे उनकी जन्मतिथि 788 ईस्वी और मृत्युतिथि 822 ईस्वी दिखाया गया है। जबकि आदि शंकराचार्य की मृत्यु तिथि का जिक्र प्राचीन इतिहास की प्रामाणिक पुस्तकों व गूगल में 820 ईस्वी दर्शाया गया है।

राजा हर्षवर्धन की जानकारी सही

वीडियो में जहां आदि शंकराचार्य की मृत्यु तिथि का गलत जिक्र किया गया है। वहीं, प्रतापी राजा हर्षवर्धन की जन्मतिथि 590 ईस्वी व मृत्युतिथि 647 ईस्वी का जिक्र सही तरीके से किया गया है।

पुस्तक में प्रमाणिक जानकारी

इतिहास की पुस्तकों में आदि शंकराचार्य की जन्मतिथि व मृत्युतिथि को लेकर जानकारी एक सी ही है। सीएमपी में इतिहासकार डॉ। शिव शंकर श्रीवास्तव की पुस्तक भारतीय संस्कृति में आदि शंकराचार्य की मृत्युतिथि का उल्लेख 820 ईस्वी ही है। पुस्तक में उनकी जन्मतिथि 788 ईस्वी व जन्म स्थान केरल के कलाड़ी में लिखा गया है और मृत्यु केदारनाथ में 820 ईस्वी दर्शायी गई है।

मंगलवार को अपलोड हुआ वीडियो

मेला प्राधिकरण की ओर से कुंभ गाथा नामक वीडियो को मंगलवार को अपलोड किया गया था। करीब तीन मिनट के वीडियो में समुद्र मंथन से लेकर आदि शंकराचार्य व राजा हर्षवर्धन के योगदान तक का जिक्र किया गया है। साथ ही मेला की महत्ता का बखान भी किया गया है।

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने वीडियो तैयार कराया है। जिसमें सभी जानकारियां नेट और अन्य स्रोतों से ली गई है। वीडियो में कुछ गलती हुई होगी तो उसमें सुधार किया जाएगा।

विजय किरण आनंद

कुंभ मेलाधिकारी

हमारे विभाग में डॉ। शिव शंकर श्रीवास्तव की भारतीय संस्कृति नामक पुस्तक से अध्ययन कराया जाता है। जिसमें आदि शंकराचार्य की मृत्यु की तिथि का उल्लेख 820 ईस्वी दर्शाया गया है।

डॉ। नम्रता प्रसाद

विभागाध्यक्ष प्राचीन इतिहास, सीएमपी डिग्री कालेज

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भूल सुधार

गुरुवार 20 सितंबर के अंक में बेसिक शिक्षा परिषद को नहीं मालूम अटल जी का जन्मदिन शीर्षक से प्रकाशित खबर के साथ डिस्प्ले किये गये डाटा में 25 के स्थान पर 24 दिसंबर छप गया है। इसे 25 दिसंबर ही पढ़ा जाय।

-संपादक

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