GORAKHPUR: मसीही समाज के श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ प्रभु यीशु को याद करते हुए शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया। क्षमा पर्व गुड फ्राइडे को परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस दौरान चर्चो में हुए कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सेंट जॉन चर्च, बशारतपुर में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए रेव्ह संजय विंसेंट ने कहा कि परमेश्वर ने अपनी योजना को पूरा करने के लिए प्रभु यीशु मसीह को संसार में भेजा था। रविवार को ईस्टर संडे का त्योहार मनाया जाएगा।

श्रद्धालुओं ने किया अंशदान

गुड फ्राइडे का त्यौहार दुख भरा होता है। इसे गुड इसलिए कहा जाता है क्योंकि जो दुख मानव जाति को उठाना था उसे प्रभु यीशु ने स्वयं उठा लिया। 14 फरवरी के 40 दिन बाद पड़ने वाले शुक्रवार को गुड फ्राइडे के तौर पर मनाया जाता है। चर्च में हुई प्रार्थना सभाओं में शामिल हुए श्रद्धालु 40 दिनों के रोजे के दौरान गुल्लक में इक्ट्ठा हुए अपने अंशदान को साथ लेकर आए थे। सफेद कपड़े पहने हुए हाथों में गुल्लक लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपना अंशदान चर्च को सौंप दिया। इन पैसों से गरीब लोगों के लिए भोजन आदि का प्रबंध कर उनकी मदद की जाएगी। इस दौरान चर्च में आए दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई थी।

मानव दुखों को हरने आए थे यीशु

सेंट मार्क चर्च के प्रीस्ट रेव्ह अजीत लॉरेंस ने कहा कि हजारों वर्ष पहले प्रभु यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था। इतना कष्ट उठाने के बाद भी उन्होंने अपने अपराधियों को माफ कर दिया। क्राइस्ट चर्च के फादर डीआर लाल ने कहा कि प्रभु यीशु को परमेश्वर ने मानव दुखों को हरने के लिए भेजा था। सेंट थॉमस चर्च धर्मपुर, सेंट एंड्रयूज चर्च कौवा बाग, प्रेयर हॉल राप्ती नगर, फुल गॉस्पेल चर्च मोती पोखरा, मसीही कलीसिया चर्च खरैया पोखरा, क्राइस्ट चर्च शास्त्री चौक सहित सभी चर्चो में गुड फ्राइडे मनाया गया।