विभाग की समस्याओं और शिक्षकों के खिलाफ मुंह खोलना पड़ा भारी
ALLAHABAD: ऐसे समय जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के सामने अपनी साख बचाने की चुनौती है, तब इविवि एडमिनिस्ट्रेशन एक टॉपर स्टूडेंट को निलंबित करने की तैयारी में है। यह वाकया साइंस फैकेल्टी स्थित बायोटेक्नोलॉजी विभाग का है।
वीसी से लिखित पर खुन्नस
देवरिया के मनीष कुमार पांडेय पुत्र दिनेश पांडेय ने विभाग की समस्या और शिक्षकों की शिकायत वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू से की थी। इसमें एक शिक्षिका के खिलाफ प्रताडि़त करने का आरोप भी था। इसके बाद मनीष को लगातार निलंबित करने की धमकी दी जा रही है। चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे की ओर से उसे अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये नोटिस जारी किया गया है।
वीसी को दिये पत्र में आरोप
विभाग में शिक्षक बहुत कम क्लास लेते हैं
एक शिक्षिका छात्रों को क्लास के लिये पूरे दिन इंतजार करवाती हैं
छात्रों से क्लर्क व डीन से संबंधित कार्य कराया जाता है
कभी स्कालरशिप समय से नहीं दिलायी जाती
छात्रों को क्लास टेस्ट में ऐसा प्रश्न दिया जाता है जिसे पढ़ाया नहीं गया हो
मुझे इंटरनल एग्जाम में फेल कर दिया गया
छात्रों को इतने कम मार्क्स दिये जा रहे हैं। जिससे वे कभी विरोध की हिम्मत ना कर सकें
मेरा कॅरियर बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है
डिपार्टमेंट के शिक्षक मेरे विरोध के चलते एकजुट हो गये हैं
लैब में इक्यूपमेंट और केमिकल की कमी है, लाईब्रेरी की दशा भी खराब है
हमें प्रैक्टिकल अपने हाथों से नहीं करने दिया जाता
क्लास की कुर्सियां बहुत खराब हैं। जिनमें बैठने पर कील चुभती है
मनीष के बारे में जाने
जेएनयू द्वारा हर साल आयोजित होने वाली ऑल इंडिया परीक्षा कम्बाइंड इंट्रेंस एग्जाम फॉर बायोटेक्नोलॉजी के जरिये मिला प्रवेश
इसमें इविवि की 19 सीट के लिये पहली रैंक मिली थी मनीष को
मनीष ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के करोड़ीमल कॉलेज से बीएससी फर्स्ट डिवीजन के साथ कंपलीट किया
उसने कुशीनगर में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल से इंटरमीडिएट एवं हाईस्कूल किया
हाईस्कूल में वह जिला स्तर पर टॉप टेन एवं इंटर में टॉप ट्वेंटी में शामिल रहा
मुझसे चीफ प्रॉक्टर की ओर से अपना पक्ष रखने के लिये कहा गया था। मैंने बुधवार को अपना जवाब दाखिल कर दिया। विभाग का हाल यह है कि यहां एमएससी के लिये किसी भी साल पूरे दाखिले नहीं होते। इसके बावजूद छात्रों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा। कुलपति यदि खुद जांच करायें तो सच सामने आ जायेगा।
मनीष पांडेय, एमएससी स्टूडेंट
मामले की जांच के लिये कमेटी बॉटनी विभाग के प्रो। डीके चौहान की अध्यक्षता में बनाई गई है। मैंने छात्र को अपनी तरफ से समझाने की बहुत कोशिश की। वह अच्छा लड़का है। उसे धैर्य से काम लेना चाहिये।
प्रो। आरएस दुबे, चीफ प्रॉक्टर