- अनफिट पुलिसकर्मियों पर रहेगा फोकस

- हर थाने में साफ सफाई कर बनाया जाएगा बैडमिंटन कोर्ट

- फील्ड के साथ ऑफिस में तैनात पुलिस कर्मी भी खेलेंगे गेम्स

LUCKNOW: राजधानी में पुलिसकर्मियों मेंटली और फिजिकली फिट रखने के लिए पुलिस प्रशासन अब स्पो‌र्ट्स का सराहा लेगा। इसके लिए प्रत्येक थाने में वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट बनाये जायेंगे। ताकि यहां सुबह और शाम खाली समय में पुलिसकर्मी खेल के साथ अपनी फिटनेस को भी इंप्रूव कर सके। इसके लिए एसएसपी ने जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं।

थानों में बैडमिंटन कोर्ट

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पुलिस कर्मियों की हार्ड वर्किंग शेड्यूल का बुरा प्रभाव उनके शरीर पर पड़ता है। जिससे अक्सर उनकी बॉडी या तो ओवरवेट हो जाती है या फिर कई तरह की बीमारियों से घिर जाते हैं। उनकी फिटनेस के लिए सोशलकॉज के तहत यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है। हर थानों में साफ सफाई कराने का निर्देश दिया गया है। वहां खड़ी लावारिस और मुकदमें से संबंधित गाडि़यों को हटाकर पीजीआई स्थित कल्ली पश्चिम भेजा जा रहा है। थाना कैंपस में जगह खाली होते ही उस जगह पर वॉलीबॉल और बैडमिंटन का कोर्ट बनाया जाएगा। कोट के अलावा स्पो‌र्ट्स में यूज होने वाले संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

एसएसपी खुद भी खेलेंगे

पुलिस फोर्स को हेल्थ के प्रति जागरूक करने के लिए एसएसपी खुद कई थानों में बनाए जा रहे कोर्ट पर जाकर पुलिस कर्मियों के साथ खेलेंगे ताकि यह योजना केवल कागजों तक ही सीमित न रह जाए। थानों के अलावा पुलिसलाइन में भी वॉलीबॉल और बैडमिंटन के कोर्ट बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए जिम भी तैयार किया गया है।

ऑफिस में तैनात पुलिस कर्मी भी खेलेंगे

एसएसपी ने बताया कि फील्ड पर काम करने वाले के साथ-साथ कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी भी कई घंटों तक बैठे रहने की वजह से बेडौल हो रहे हैं। उनकी फिटनेस को भी सुधारने के लिए उन्हें स्पो‌र्ट्स एक्टिविटी में शामिल किया जाएगा। वर्किग के साथ-साथ उन्हें सुबह और शाम खेलने के लिए फिक्स भी किया जाएगा। इसकी मॉनीटरिंग सर्किल अफसरों से कराई जाएगी।

कोट-

पुलिस कर्मियों के शारीरिक रूप से फिट व तनाव मुक्त रखने के लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये गये हैं। वह अपने थाना परिसर में बैडमिंटन व वॉलीबॉल कोर्ट बनवाएं ताकि पुलिस कर्मी सुबह शाम खेल सकें। इससे उनका फिजिकल और मेंटल प्रेशर कम हो सकेगा और कार्यक्षमता भी बढ़ सकेगी।

- कलानिधि नैथानी, एसएसपी