इसलिए खतरनाक हैं प्लास्टिक के टिफिन और बॉटल

-हमारे खाने में प्लास्टिक से मिलने वाला सबसे खतरनाक केमिकल है 'एंडोक्रिन डिस्ट्रक्टिंग'। इससे हार्मोनल इंबैलेंस होता है।

-यह बात हैरान करने वाली है कि प्लास्टिक में गर्म खाना रखने के बाद यह केमिकल बनना शुरू होता है।

-प्लास्टिक की पुरानी टिफिन यूज करने से पैदा हुए केमिकल्स के चलते बच्चों में आगे चलकर कई बीमारियां हो सकती हैं।

-प्लास्टिक बॉटल अगर देर तक तेज धूप में रहे तो इससे केमिकल निकलकर पानी को नुकसानदेह बनाता है।

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-सिटी के कई स्कूलों ने प्लास्टिक की टिफिन और वॉटर बॉटल पर लगाया बैन

-स्टील की टिफिन और वॉटर बॉटल यूज करने के लिए भेज रहे मैसेज

<इसलिए खतरनाक हैं प्लास्टिक के टिफिन और बॉटल

-हमारे खाने में प्लास्टिक से मिलने वाला सबसे खतरनाक केमिकल है 'एंडोक्रिन डिस्ट्रक्टिंग'। इससे हार्मोनल इंबैलेंस होता है।

-यह बात हैरान करने वाली है कि प्लास्टिक में गर्म खाना रखने के बाद यह केमिकल बनना शुरू होता है।

-प्लास्टिक की पुरानी टिफिन यूज करने से पैदा हुए केमिकल्स के चलते बच्चों में आगे चलकर कई बीमारियां हो सकती हैं।

-प्लास्टिक बॉटल अगर देर तक तेज धूप में रहे तो इससे केमिकल निकलकर पानी को नुकसानदेह बनाता है।

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-सिटी के कई स्कूलों ने प्लास्टिक की टिफिन और वॉटर बॉटल पर लगाया बैन

-स्टील की टिफिन और वॉटर बॉटल यूज करने के लिए भेज रहे मैसेज

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: एक तरफ हम अपने बच्चों की सेफ्टी के लिए तमाम जतन करते हैं। वहीं दूसरी तरफ हम उन्हें प्लास्टिक के टिफिन में लंच और प्लास्टिक की बॉटल में पानी देकर स्कूल भेजते हैं। जबकि यह बच्चों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। अब सिटी के कई स्कूलों ने इस दिशा में कदम उठाते हुए बच्चों को प्लास्टिक टिफिन और बॉटल लाने पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की क्भ्0वीं जयंती पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगा दिया है। इससे प्रेरित होकर स्कूल परिसर में प्लास्टिक यूज पूरी तरह बैन किया जा चुका है।

स्टील की टिफिन और वॉटर बॉटल करें यूज

नैनी के महर्षि विद्या मंदिर की ओर से सभी स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को मैसेज भेजा गया है। इसमें प्लास्टिक की वॉटर बॉटल और टिफिन न यूज करने की बात कही गई है। स्कूल की ओर से कहा गया है कि पैरेंट्स अपने बच्चों को स्टील की टिफिन और वॉटर बॉटल देकर ही स्कूल में भेजे। स्कूल में सभी प्रकार के प्लास्टिक के यूज पर रोक लगा दी गई है। महर्षि विद्या मंदिर की तरह ही सिटी के कई अन्य स्कूलों ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्लास्टिक के यूज पर बैन लगाया है। प्रिंसिपल पूजा चंदेला ने बताया कि स्कूल के बच्चों की तरफ से आस-पास के एरिया में अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जाने की तैयारी हो रही है। इस दौरान बच्चों को प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में अवेयर करेंगे।

पीएम के अभियान से प्रेरित होकर स्कूल को नो प्लास्टिक जोन बनाया गया है। इसके साथ ही पैरेंट्स को बच्चों को प्लास्टिक की जगह पर स्टील के टिफिन बॉक्स व वाटर बॉटल यूज करने के लिए कहा गया है।

-पूजा चंदेला

प्रिंसिपल, महर्षि विद्या मंदिर नैनी

सिंगल यूज प्लास्टिक स्कूल में पहले से प्रतिबंधित है। प्लास्टिक के टिफिन बॉक्स और वाटर बॉटल के यूज से बचने के लिए पैरेंट्स को सलाह दी गई है।

-सुष्मिता कानूनगो

प्रिंसिपल, एमपीवीएम

प्लास्टिक के टिफिन और बॉटल्स का लंबे समय तक यूज करना नुकसानदेह हो सकता है। प्लास्टिक की टिफिन में गर्म खाना रखने पर केमिकल सैचुरेशन होता है। इससे कॉस्मोजेनिक इफेक्ट बनता है जो बाद में चलकर कैंसर का कारण बनता है।

-डॉ। डीके मिश्रा