- ट्विंस स्टूडेंट्स को लेकर केयरफुल रहते हैं सिटी के स्कूल्स

- प्रिंसिपल से लेकर टीचर्स रखते हैं स्पेशल फोकस

GORAKHPUR: माता-पिता बनने की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। ऊपर से अगर जुड़वां बच्चों का सुख मिल जाए तब तो खुशियों में चार-चांद ही लग जाते हैं। इन ट्विंस की परवरिश में पेरेंट्स और फैमिली तो ज्यादा ध्यान रखते ही हैं। आगे चलकर स्कूल में भी ये बच्चे प्रिंसिपल से लेकर टीचर्स और क्लासमेट्स के लिए बेहद खास हो जाते हैं। कुछ ऐसे ही ट्विंस हमारी सिटी में भी हैं। सिबलिंग्स की ये खास जोडि़यां फैमिली के लिए तो खास हैं ही। स्कूल में भी इनकी अपनी एक अलग ही जगह है। जानते हैं इन ट्विंस से जुड़ी कुछ इंट्रेस्टिंग बातें।

केस 1

डॉ। निधि व दीपक खेतान दो-दो ट्विंस जोडि़यों के माता-पिता है। ये चारों एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी में पढ़ते हैं। नंदनी व राधिका जहां 8वीं की स्टूडेंट्स हैं। वहीं उनके छोटे भाई निलेश व राघव 6वीं में हैं। इन जुड़वां भाई-बहनों के एक ही क्लास व एक ही सेक्शन में पढ़ने के चलते टीचर्स व प्रिंसिपल समेत बाकी स्टूडेंट्स को भी कंफ्यूजन हो जाता है। स्कूल के लोग अक्सर कंफ्यूज हो जाते हैं कि नंदनी कौन है और राधिका कौन है। इसी तरह निलेश व राघव के बीच भी कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो जाती है। लेकिन इनके बॉडी लैंग्वेज से कहीं न कहीं इनके टीचर्स इन्हें पहचान ही लेते हैं। टीचर्स नंदनी के फेस पर स्माइल देख उसे आसानी से पहचान लेते हैं। वहीं रिजर्व रहने वाली राधिका की एक अलग ही पर्सनाल्टी है। इसी तरह एक जैसे दिखने वाले निलेश व राघव की सोच बिल्कुल ही अलग है। राघव टीचर बनना चाहता है तो निलेश डॉक्टर। मजे की बात यह है कि पढ़ाई में होनहार होने के कारण दोनों भाइयों को एक साथ बेस्ट स्टूडेंट का अवॉर्ड भी मिल चुका है। जुडवां स्टूडेंट्स को किस प्रकार से मैनेज किया जाता हैके सवाल पर प्रिंसिपल अनुजा श्रीवास्तव बताती हैं कि इन बच्चों को लेकर वह खास ख्याल रखती हैं। इनकी पढ़ाई से लेकर पर्सनाल्टी डेवलपमेंट पर विशेष फोकस रखा जाता है।

अलग-अलग बैठाते हैं ताकि पहचान सके

वहीं मोहद्दीपुर स्थित सेंट जूड्स स्कूल में पढ़ने वाले आफरीद हुसैन व अजलान हुसैन ट्िवस हैं। ये दोनों यूकेजी में एक साथ पढ़ते हैं। इनकी क्लास टीचर कविता पॉल बताती हैं कि इन दोनों बच्चों को पहचानने के लिए क्लास में अलग-अलग बैठाती हैं। इन दोनों को आसानी से पहचाना जा सके इसलिए इनके ड्रेस कार्नर पर कार्टून बनाया है। इसी तरह एलकेजी में पढ़ने वाले शुभम सिंह व लक्ष्मी सिंह ट्विंस हैं। क्लास टीचर सीमा उपाध्याय बताती हैं कि जुड़वां भाई-बहन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। वहीं क्लास 4 की क्लास टीचर अनीता श्रीवास्तव की क्लास में भी श्रेयांस व सूर्याश नाम के जुड़वां भाई हैं। वे बताती हैं कि दोनों एक जैसे दिखते हैं इसलिए कभी-कभी कंफ्यूजन हो जाता है। इन्हें हैंडल करने में विशेष सावधानी बरती जाती है।

वर्जन

हमारे स्कूल में पढ़ने वाले ट्विंस बच्चों को लेकर टीचर्स उनका खास ख्याल रखती हैं। उनकी पढ़ाई से लेकर हर एक्टिविटी पर नजर रखी जाती है।

डेविड सिरिल, प्रिंसिपल, सेंट जूड्स स्कूल

ट्विंस बच्चों को लेकर खास ख्याल रखा जाता है। इनकी पढ़ाई से लेकर पर्सनाल्टी डेवलपमेंट पर विशेष फोकस होता है।

- अनुजा श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी