- प्रिंसिपल भी चाहते हैं लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार ही हो छात्रसंघ चुनाव

- लिंगदोह समिति की सिफारिशों की अनदेखी कर हो रहे चुनाव

Meerut- छात्रसंघ चुनाव को यूनिवर्सिटी प्रशासन की चुप्पी ने मजाक बना दिया है, लेकिन वीसी साहब है कि बोलने को तैयार नहीं है। मानो जैसे लिंगदोह समिति की सिफारिशों से अनजान हो। जिला प्रशासन कह रहा है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन स्थिति को स्पष्ट करें, लेकिन वीसी साहब चुप्पी साधे बैठे हैं।

पहले समझना होगा धर्म संकट

सीसीएस यूनिवर्सिटी से संबंधित कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रशासन के पास आए आदेशों के बाद स्टूडेंट्स लीडर्स की खुशी का ठिकाना नहीं है। इसमें स्पष्ट लिखा है कि चुनाव लिंगदोह सिफारिशों के मुताबिक ही कराए जाएं। हालांकि, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई जवाब नहीं दिया है।

जमकर हो रही अराजकता

सिटी के अधिकतर कॉलेजों में डायरेक्ट इलेक्शन ही होते रहे हैं। इससे पहले इलेक्शन में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का खुलेआम उल्लंघन किया गया था।

बस इलेक्शन करवाने हैं

इलेक्शन को लेकर काफी बवाल हुआ तो मामला एडमिनिस्ट्रेशन के पाले में चला गया । ऐसे में ऑफिसर्स ने तो अपना पल्ला झाड लिया। उन्होंने कह दिया है कि हमको तो बस चुनाव करवाने हैं। लिंगदोह की सिफारिशों के लिए वीसी साहब से बात करने के लिए कहा। उधर वीसी साहब तो ये सोच रहे हैं कि चुनाव कैंसिल कराना यानि मुसीबत को मोल लेना है, ऐसे में उन्होंने भी चुनाव को कैंसिल कराने से पल्ला झाड़ लिया है।

क्या कहते हैं प्रिंसिपल्स

कॉलेजों को तो इंतजार है कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन छात्रसंघ चुनाव को लेकर कोई गाइडलाइन जारी करें।

डॉ। बेबी मित्तल, कार्यवाहक प्रिंसिपल, मेरठ डिग्री कॉलेज मेरठ

वैसे तो चुनाव नहीं होने चाहिए, लेकिन सरकार चाहती है इसलिए छात्रसंघ चुनाव हो रहे है, लेकिन जिस तरह से ये चुनाव होते हैं, लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के नियमों की अनदेखी करना वो बहुत ही गलत है।

डॉ। साधना सहाय, कार्यवाहक प्रिंसिपल, इस्माईल पीजी कॉलेज

चुनाव हो रहे हैं कोई बात नहीं, लेकिन लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार ही छात्रसंघ चुनाव होने चाहिए। चाहे पॉलिटिकल चुनाव हो या छात्रों के, हम अपने अधिकारों को ज्यादा याद रखते हैं, लेकिन अपने क‌र्त्तव्य अक्सर भूल जाते हैं, जिनको याद रखना जरुरी है।

डॉ। अश्वनी कुमार गोयल, कार्यवाहक प्रिंसिपल, शहीद मंगल पांडे महिला डिग्री कॉलेज

मेरे हिसाब से छात्रसंघ चुनाव नहीं होने चाहिए , इससे पढ़ाई पर बुरा असर होता है। पहले स्टूडेंट्स को अपने करियर पर फोकस करना चाहिए।

डॉ। रागिनी, कार्यवाहक प्रिंसिपल, कनोहर लाल पीजी कॉलेज

सरकार के अनुसार चुनाव होने चाहिए, इसलिए करवाए जा रहे हैं। लेकिन मेरे हिसाब से लिंगदोह की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए पूरे नियमों के साथ व सख्ती के साथ चुनाव कराने चाहिए।

डॉ। बीएस यादव, कार्यवाहक प्रिंसिपल, डीएन डिग्री कॉलेज

क्या कहता है प्रशासन

यूनिवर्सिटी को लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के हिसाब से चुनाव कराने चाहिए। अगर उसके अनुकुल कराता है तो जिला प्रशासन यूनिवर्सिटी से वार्ता करेगा।

-मुकेश चंद्र एडीएम सिटी