-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायालय ने किया शुभारंभ

-मंडलीय कारागार में हुई शुरुआत, खूंखार बंदी भी अब गा सकेंगे गाना

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

मंडलीय कारागार में जेल रेडियो की शुरुआत शनिवार को हुई। जनपद न्यायालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राहुल सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जेल रिफार्मर प्रदीप रघुनंदन, वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ। रामधनी सहित जेल के कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। जेल रेडियो के जरिए बंदी अपनी इच्छानुसार गीतों का लुफ्त उठा सकेंगे। एटा के रहने वाले सोशल वर्कर प्रदीप रघुनंदन की मदद से रेडियो शुरू किया गया है।

जेल में स्टूडियो, खुद गुनगुना सकेंगे बंदी

जेल परिसर में रेडियो का संचालन करने के लिए परिसर में मार्डन सिस्टम से लैस स्टूडियो तैयार किया गया है। रेडियो पर बंदी न सिर्फ अपनी फरमाइश का गीत सुन सकेंगे। बल्कि खुद भी गुनगुना सकेंगे। जेल अधिकारियों का कहना है कि दोपहर बाद तीन से चार बजे के बीच प्रसारण किया जाएगा। रेडियो जेल का मकसद बंदियों को एजुकेट करने, आत्मविश्वास जगाना है। रेडियो प्रसारण के लिए रूम में सेटअप तैयार किया गया है। बैरकों में लगे स्पीकर की मदद से बंदी प्रसार सुन सकेंगे।

15 जेलों में चल रही व्यवस्था

वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल खुलते ही बंदियों की फरमाइश नोट की जाएगी। इस पर विचार करके रेडियो पर गाना सुनाया जाएगा। प्रदेश की 15 जेलों में यह व्यवस्था पहले से चल रही है। शनिवार को गोरखपुर जेल भी इस सिस्टम में शामिल हो गया। जेल अधिकारियों ने कहा कि रेडियो के जरिए हम अपना संदेश भी दे सकेंगे। विभिन्न तरह के प्रसारण गीत, कविता सहित अन्य सुनने-सुनाने के लिए बंदी भी आगे आएंगे।

जेल रेडियो की शुरूआत शनिवार को हुई। बंदियों के इंटरनेटमेंट के साथ-साथ उनको जीवन शैली के बारे में भी रेडियो के जरिए बताया जाएगा।

- डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक