कैदियों ने वार्ता के लिए की सपा नगर अध्यक्ष की मांग

कैदियों ने जेल अधीक्षक आशीष तिवारी को बैरक नंबर 12 एवं 13 में लेजाकर बंधक बना लिया। इस बीच बंदियों और जेल व जिला पुलिस प्रशासन के बीच जमकर पथराव हुआ। पुलिस को बंदियों को शांत कराने के लिए करीब दस राउंड हवाई फायर भी करना पड़ा। बंदियो ने जेल अधीक्षक को बंदी बना लिया था इस लिए जिला प्रशासन लाचार हो गया। जेल पहुंचे डीएम से बंदियों नेवार्ता करने से इंकार कर दिया। अंतत: बंदियो की ओर से मांग की गई कि सपा के जिलाध्यक्ष सतीश फौजी और महानगर अध्यक्ष राजुकमार जायसवाल को बुलाया जाए। फौजी वाराणसी में नहीं थे इसलिए राजकुमार ने बंदियों से वार्ता की। बंदियो की मांग थी कि उन्हें जेल में खराब खाना फरोसा जा रहा है उसे दुरुस्त किया जाए।

जेल में कुल 1800 कैदी हैं

वाराणसी जेल में बवाल के बाद हालात ज्यों के त्यों हैं। जेल अधीक्षक आशीष तिवारी को बंधक बनाकर बंदियों ने बैरक को भीतर से बंद कर लिया है। जेल में फिलहाल 1800 बंदी हैं। बैरक नंबर 12 एवं 13 में 150 से अधिक बंदियों ने जेल अधीक्षक को बंदी बनाकर हंगामा जारी रखा है। अब प्रशासन ने मैटल कटर मंगाया है। जिससे बैरक का दरवाजा काटकर भीतर घुसा जा सके। फिलहाल जेल में स्थितियां ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। जिलाधिकारी ने बंधक जैसी किसी भी स्थिती से इंकार किया है लेकिन जेल में अतिरिक्त फोर्स मंगा ली गई है।

जेल में बवाल की वजह कहीं सपा सरकार तो नहीं

वाराणसी में पिछले नौ दिनों तक राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटेल के खिलाफ सपाइयों द्वारा किये गए धराना प्रर्दशन और उनकी हिस्ट्रीशीटर सपाई नागा यादव से चल रही रार को जेल के बवाल से जोड़ कर देखा जा रहा है। नागा यादव की गिरफ्तारी तीन दिन पूर्व हुई थी। शुक्रवार को उसकी जमानत मंजूर हुई और शनिवार को नागा को रिहा होना था। कहा जा रहा है कि जेल का बवाल सपा सरकार की कारस्तानी है। यही वजह है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि बंदियों के बवाल में सत्तापक्ष के राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को बंदियों ने वार्ता के लिए बुलाया गया है।

सपा नेता हिस्ट्रीशीटर की हुई जेलर से हाथापाई

शनिवार सुबह वाराणसी जिला जेल में नागा यादव की किसी बात पर जेलर से हाथापाई हो गई थी। इसके बाद जेल में बंदियो ने हंगामा करना शुरु कर दिया। बंदियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग भी की लेकिन नतीजा सिफर रहा। इस दौरान बंदियों व पुलिसकर्मियों में मारपीट हुई। मौके पर एडीएम सिटी एसपीसिटी और कई थानों की फोर्स मौजूद है। इसके बाद भी माहौल तनाव पूर्ण बना हुआ है। मारपीट के दौरान डिप्टी जेलर अजह कुमार को सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। जिसके बाद उन्हें दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जेल के सूत्रों की माने तो जेल अधीक्षक आशीष तिवारी व जेलर विजय कुमार राय कैदियों के कब्जे में हैं।

कैदियों ने फोड़ा डिप्टी जेलर का सिर हालत गंभीर, भर्ती

घायल डिपटी जेलर को खून की उल्टी होने के बाद डॉक्टर मौके पर इलाज के लिए पहुंचे। वहीं दूसरी ओर जेल में हंगामा कर रहे कैदी लगातार जेल प्रशासन मुर्दाबाद की नारेबाजी कर रहे हैं। बंदी मीडिया से बात करना चाहते हैं। बंदी बैरक की छतों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। दूसरी ओर महिला जेल की बाउंड्री फांद कर कुछ कैदियों द्वारा महिला कैदियों से दुर्व्यवहार की सूचना भी आ रही है।

कैदियों ने कहा घटिया खाने के साथ देते हैं थर्ड डिग्री

जेल में प्रर्दशन करने वाले कैदियों ने मीडिया से कहा कि उन्हें बेहद घटिया खाना परोसा जाता है। उन्हें जेल की प्राईवेट कैंटीन से महंगा भोजन खरीदने का दबाव बनाया जाता है। कैदी जेल के भीतर से ही अधिकारी के मोबाइल पर मीडिया से बात कर रहे हैं। जेल में लगातार थर्ड डिग्री दिए जाने को शीघ्र बंद करने की मांग कर रहे हैं। अजय यादव नामक बंदी को अधिक पीटे जाने की बात बंदी कर रहे हैं। वहीं बंदियों ने जेल अधीक्षक आशीष तिवारी को बंधक बनाने की बात कबूली है। मगर कैदियों ने उन्हें किस बैरक में रखा है यह नहीं बता रहे हैं। घंटो बाद भी जेल कैदियों के कब्जे में ही हैं जिसके चलते बैरकों की ओर फोर्स बड़ नहीं पा रही है।

वाराणसी प्रशासन को कैदियों ने सौंपा मांग पत्र

मारपीट के दौरान गंभीर रूप से घायल डिप्टी जेलर को बीएचयू ट्रामा सेंटर भेजा गया है। वहीं दूसरी ओर सपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल से बैरक संख्या 12-13 के पास जेल अधीक्षक को बंदी बनए बंधको ने वर्ता भी की है। बंदियों की मांग है कि उन्हें आज के बवाल के लिए प्रताडि़त न किया जाए। उन पर किसी तरह का मुकदमा न दर्ज किया जाए। जेल में खाने की व्यवस्था दुरुस्त हो। समय समय पर बंदियों को थर्ड डिग्री न दिया जाए। बंदियों का अर्थिक दोहन न किया जाए। बंदियों ने एक सादे पज पर टूटी फूटी हिंदी में अपना मांग पत्र भी वाराणसी प्रशासन को सौंपा है।

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