- खुलेआम डेंगू के नाम पर चल रही धांधली

- प्राइवेट ब्लड बैंकों से मंगाई जा रही प्लेटलेट्स

- सरकारी सेंटर्स पर पसरा सन्नाटा, प्राइवेट में 24 घंटे सप्लाई

ALLAHABAD: डेंगू का इलाज केवल प्राइवेट ब्लड बैंक की प्लेटलेट्स से होता है? सरकारी हॉस्पिटल के ब्लड बैंकों के हाल देखकर तो यही लगता है। यहां सुबह से शाम तक सन्नाटा पसरा है तो प्राइवेट ब्लड बैंक में डिमांड को देखते हुए 24 घंटे सप्लाई की जा रही है। यहां से प्लेटलेट्स ले जाने वाले सभी मरीज निजी नर्सिंग होम में भर्ती हैं। इनके डॉक्टर्स केवल प्राइवेट ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स लाने की हिदायत देते हैं। मजबूरी में परिजनों को इसे फॉलो करना पड़ता है।

24 घंटे सैकड़ों यूनिट सप्लाई

शहर के एकमात्र एएमए ब्लड बैंक में आजकल 24 घंटे प्लेटलेट्स की सप्लाई की जा रही है। हालात यह हैं कि 160 यूनिट तक परिजनों को दिया जा रहा है। इसके उलट सरकारी ब्लड बैंकों में सन्नाटा पसरा है। बेली हॉस्पिटल के ब्लड बैंक से 13 से 14 यूनिट तो एसआरएन हॉस्पिटल के ब्लड बैंक से रोजाना बमुश्किल तीन से चार यूनिट ही सप्लाई हो रही है। दोनों जगह पर्याप्त स्टाक भी मौजूद है। फिर भी एएमए ब्लड बैंक में लंबी लाइन लगी रहती है।

महंगा है फिर भी लेना मजबूरी

सरकारी ब्लड बैंक में एक यूनिट प्लेटलेट्स की कीमत तीन सौ रुपए है तो एएमए में इसके 450 रुपए लिए जाते हैं। सिविल लाइंस के एक निजी हॉस्पिटल में डेंगू का इलाज करा रहे मरीज के परिजन बताते हैं कि पर्चे पर एएमए ब्लड बैंक लिखकर दिया गया है। इसी तरह जार्जटाउन स्थित एक नर्सिग होम में इलाज करा रहे मरीज के परिजन ने भी यही बताया।

फैक्ट फाइल

-एएमए ब्लड बैंक से प्रतिदिन प्लेटलेट्स की सप्लाई- 150 से 160 यूनिट

-बेली हॉस्पिटल से रोजाना सप्लाई- 14 से 15 यूनिट

-एसआरएन हॉस्पिटल से रोजाना सप्लाई- 3 से 4 यूनिट

-सरकारी ब्लड बैंक में एक यूनिट की कीमत- 200 से 300 रुपए

-प्राइवेट ब्लड बैंक में एक यूनिट की कीमत- 450 रुपए

वर्जन

प्राइवेट नर्सिग होम्स कभी निजी ब्लड बैंकों के लिए प्रेशर नहीं बनाते। बल्कि लोग अवेयर हो गए हैं। वह अपनी हेल्थ को लेकर पहले से अधिक कांशस हैं। डॉक्टरों की प्रायरिटी जरूर एएमए होता है लेकिन अगर पेशेंट चाहे तो सरकारी हॉस्पिटल से भी ले सकता है।

-डॉ। बीके मिश्रा, पूर्व सचिव, इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन

हमारे यहां प्लेटलेट्स का काफी ज्यादा स्टॉक बचा हुआ है। दिनभर में तीन से चार यूनिट ही सप्लाई हो रही हैं। खराब न हो जाए इसलिए अधिक प्लेटलेट्स नहीं बनाई जा रही हैं।

-विनोद तिवारी, काउंलसर, एसआरएन हॉस्पिटल ब्लड बैंक

ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट़्स मौजूद है। 14 से 15 यूनिट रोजाना सप्लाई की जा रही है। जितना डिमांड है उतना ही निर्माण हो रहा है।

-डॉ। नीता साहू, इंचार्ज, बेली हॉस्पिटल ब्लड बैंक

डेढ़ सौ यूनिट से अधिक रोजाना सप्लाई हो रही है। हम 24 घंटे प्रोडक्शन कर रहे हैं।

-प्रधानजी, एएमए ब्लड बैंक