मेदांता में चल रहा था इलाज, कई दिन इलाज के बाद मौत

गांव बरारा में बुखार फैलने से डरे हुए हैं ग्रामीण

आगरा। निजी पैथोलॉजी लैब के मैनेजर की संदिग्ध डेंगू से मौत हो गई। उनका मेदांता मेडिसिटी, गुरुग्राम में इलाज चल रहा था। गांव में अन्य लोग भी बुखार से पीडि़त हैं।

गांव बरारा निवासी योगेंद्र कुमार बघेल एक निजी पैथोलॉजी लैब में मैनेजर थे। तेज बुखार और शरीर में दर्द होने के बाद तबीयत बिगड़ती चली गई, उनका मेदांता में इलाज चल रहा था। यहां जांच में डेंगू पॉजिटिव आया था, इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं, गांव में दो दर्जन लोग बुखार से पीडि़त हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बुखार फैलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम चेकअप करने के लिए नहीं आ रही है। इसमें से तीन मरीजों की हालत गंभीर है। डॉ। श्रीराम बघेल, रोहित शर्मा, प्रताप सिंह, सतीश माहौर, प्रद्युम्न आर्य, अशोक, भीकम ने गांव में शिविर लगाने की मांग की है। सीएमओ डॉ। मुकेश वत्स ने बताया कि डेंगू मरीज की मौत की जानकारी नहीं है। गांव में टीम भेजी जाएगी। डेंगू के मरीजों की निश्शुल्क जांच और इलाज की व्यवस्था एसएन में की गई है।

99 में हो चुकी है डेंगू की पुष्टि

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में 99 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं की गई है।

70 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि

इस साल 70 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। मलेरिया से भी एक भी केस में मौत रिपोर्ट नहीं की गई है।