नई दिल्ली (एएनआई)। भारत में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किए गए विरोध-प्रदर्शन का आज से एक साल पूरा हो गया है। इस अवसर पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि किसानों को हमेशा भारत में उच्च सम्मान दिया गया है और उनकी जीत इस तथ्य का प्रमाण है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया कि किसान आंदोलन का एक साल, किसानों के अडिग सत्याग्रह, 700 किसानों की शहादत और निर्मम भाजपा सरकार के अहंकार व अन्नदाताओं पर अत्याचार के लिए जाना जाएगा लेकिन भारत में किसान की जय-जयकार हमेशा थी, है और रहेगी। किसानों के संघर्ष की जीत इसका प्रमाण है। जय किसान।

दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध

किसान 26 नवंबर, 2020 से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि केंद्र इस महीने के अंत में शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए आवश्यक विधेयक लाएगा। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए एक नए ढांचे पर काम करने के लिए एक समिति का गठन करेगी।

किसानों के समर्थन में हर संभव कदम उठाए जाएंगे

इस बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी के लिए दबाव बनाने के लिए ट्रैक्टर मार्च के एक हिस्से के रूप में 29 नवंबर को 60 ट्रैक्टर राष्ट्रीय राजधानी में संसद जाएंगे। किसानों के समर्थन में हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

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