नई दिल्ली (एएनआई)। देश में इन दिनों बड़ी संख्या में किसानों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा है। नाराज किसानों को कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन मिल रहा है। इस संदर्भ में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने साेमवार को सवाल उठाया कि किसानों से सलाह किए बिना फार्म कानूनों को कैसे तैयार किया गया है। उन्होंने देश के लोगों से भी इन प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में आवाज उठाने का आग्रह किया। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि नाम किसान कानून लेकिन सारा फायदा अरबपति मित्रों का। किसान कानून बिना किसानों से बात किए कैसे बन सकते हैं? उनमें किसानों के हितों की अनदेखी कैसे की जा सकती है? सरकार को किसानों की बात सुननी होगी। आइए मिलकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाएं।
किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर एकत्र हुए
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर एकत्र हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल घोषणा की थी कि केंद्र किसानों के सभी मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। अमित शाह ने किसानों को यह आश्वासन भी दिया कि वे 3 दिसंबर से पहले चर्चा करने के लिए तैयार हैं। अगर वे अपना विरोध एक संरचित स्थान पर स्थानांतरित करते हैं और सड़कों और राजमार्गों को खाली करते हैं, जहां वे विरोध कर रहे हैं। इस बीच, दिल्ली और हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को केंद्र सरकार द्वारा वार्ता आयोजित करने की पेशकश को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि बातचीत शुरू करने के लिए शर्तें लगाना उनके लिए अपमान है।

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