नाम- प्रियांशी शर्मा

स्कूल- सावित्री सोनी विद्या मंदिर इंटर कालेज, नगौरी।

मा‌र्क्स : 455 (91 प्रतिशत)

मेरठ। फलावदा से 14 किलोमीटर दूर गांव दांदूपुर में मध्यवर्गीय किसान विपिन शर्मा की बेटी प्रियांशी को गाने का भी शौक है, जबकि मां उषा शर्मा हाउस वाइफ हैं। दो भाई व चार बहनों में चौथे नंबर की प्रियांशी ने दसवी में स्कूल टॉप किया था।

सभी सब्जेक्ट में डिक्टेशन

पारिवारिक स्थिति व सुविधाओं के अभाव में कभी ट्यूशन नहीं पढ़ी। एकाग्रता व प्रैक्टिस को हथियार बनाकर जनपद में जगह बनाई और मैथ्स, इंग्लिश, केमिस्ट्री, फिजिक्स समेत पांचों सब्जेक्ट में डिक्टेंशन रही। आइएएस बनकर देश की सेवा करना अनन्या का सपना है।

सक्सेस मंत्र

- बिन टेंशन टू द प्वाइंट पढ़ना।

- एकाग्रचित होकर हर फार्मूले को स्पष्ट करना।

- 16 घंटे पढ़ाई और परिणाम की ¨चता कभी नहीं की।

फोटो परिचय

मावा : 4 प्रियांशी

मावा : 5 प्रियांशी शर्मा को मिठाई खिलाते परिजन व प्रधानाचार्य और स्टाफ

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आईएएस बनकर भ्रष्टाचार दूर करना चाहती अनन्या

नाम- अनन्या गुप्ता

स्कूल- बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती विद्या मंदिर

नंबर- 469 (93.8)

मेरठ। यूपी बोर्ड इंटर की परीक्षा में बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती विद्या मंदिर की छात्रा अनन्या गुप्ता ने मेरठ टॉप किया। वह आईएएस बनकर देश से भ्रष्टाचार दूर करना चाहती है। अनन्या अपनी सफलता का श्रेय परिवार को देना चाहती है। अनन्या के पिता सुभाष चंद गुप्ता गाजियाबाद में एक प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट हैं। जबकि मां सुनिता गुप्ता हाउस वाइफ हैं।

रोज 7 घंटे पढ़ाई

अनन्या ने बताया कि वह रोजना सात घंटे पढाई करती थी। रोज का काम रोजना करती थी। बीच में ब्रेक देकर पढ़ाई करती थी, जिससे माइंड फ्रेश रह सके। इसके अलावा कोई भी परेशानी होती थी तो टीचर से स्कूल में पूछ लेती थी।

डीयू से करेगी बीएसएसी

अनन्या ने बताया कि वह अब दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी फिजिक्स ऑनर्स से करेगी। अनन्या का फिजिक्स फेवरेट सब्जेक्ट हैं। बीएससी करने के बाद वह सिविल परीक्षा की तैयारी करेगी और आईएएस बनकर भ्रष्टाचार मिटाएगी।

भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। इसे खत्म करने के लिए युवाओं को आगे आना होगा।

-अनन्या

परिवार और टीचर्स को सफलता का श्रेय

नाम- रितिका गुप्ता

स्कूल- बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती विद्या मंदिर शास्त्री नगर

नंबर- 500 में से 468 (93.6)

मेरठ। यूपी बोर्ड इंटर के एग्जाम में बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती विद्या मंदिर की छात्रा रितिका सेकेंड टॉपर रही। वह अपनी सफलता का श्रेय परिवार के साथ टीचर्स को देती हैं। रितिका के पिता एक व्यापारी हैं, जबकि मां हाउस वाइफ हैं।

सेल्फ स्टडी पर यकीन

रितिका ने बताया कि वह रोजना चार घंटे सेल्फ स्टडी किया करती थी। इसके अलावा उसने पीसीएम का टयूशन भी लिया है। वह कहती है कि वह जो भी स्कूल और टयूशन पर पढ़ा करती थी। उसको घर पर आकर दोबारा से पढ़ती थी।

पीसीएम से करेगी बीएससी

रितिका मेरठ से ही पीसीएम से बीएससी करना चाहती है। इसके बाद वह सिविल परीक्षा की तैयारी करेगी। रितिका को फिजिक्स और कैमेस्ट्री बहुत अच्छी लगती है।

मेरा सपना आईएएस बनकर घूसखोरी को बंद करना है। यदि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो जाए तो देश फिर से विश्व गुरू बन जाएगा।

-रितिका