- गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम ने उत्कृष्ट काम करने वाले कर्मियों और अफसरों का किया सम्मान

- सीएम बोले, नवोन्मेषी लोगों के लिए आर्थिक सहायता को गठित किया जाएगा कोष

>DEHRADUN: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश सरकार ने बेहतर कार्य करने वाले 21 अधिकारियों व कार्मिकों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता व सुशासन पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया। इस दौरान सीएम ने पुरस्कार पाने वाले अधिकारियों व कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि नवोन्मेषी को अवसर दिए जाने चाहिए। कहा, जो अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्य क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे हैं, समाज व अन्य कार्मिकों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी।

सीएम ने कर्मचारियों को किया मोटिवेट

सीएम ने डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल को अपने उत्कृष्ट कार्य एवं अपने कार्यक्षेत्र में अभिनव प्रयोगों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होने पर भी बधाई दी। कहा, केदारनाथ में बहुत चुनौतियां हैं और उनकी टीम बहुत ही बेहतरी से कार्य कर रही है। सीएम ने नवोन्मेषी लोगों के लिए आर्थिक सहायता के लिए एक कोष गठित करने का ऐलान भी किया। कहा, राज्य में बहुत से नवोन्मेषी प्रतिभा के धनी बच्चे हैं, जिन्होंने नई तकनीकों का विकास किया है। लेकिन आर्थिक कारणों से वो आगे नहीं बढ़ पाए। ऐसे लोगों के लिए एक कोष गठित किया जाएगा। इस दौरान चीफ सेक्रेटरी उत्पल कुमार सिंह ने सभी का वेलकम करते हुए कहा कि सीएम की प्रेरणा व मार्गदर्शन से स्थापित इस सम्मान की चयन प्रक्रिया में इस वर्ष परिवर्तन किया गया है। सीएस ने कहा कि प्रदेशभर में समस्त स्तरों में अधिकारी व कर्मचारी पूर्ण दक्षता से कार्य कर रहे हैं। बहुत सारे अभिनव प्रयोग कर रहे हैं। उनके कायरें का शासन के बाहर की एक समिति द्वारा आंकलन किया गया है। इसके बाद ही आवेदन द्वारा समिति के समक्ष प्रस्तुतिकरण किया गया। केंद्र सरकार द्वारा भी सेल्फ स्पोन्सर्ड प्रक्रिया को अपनाया गया है। इस मौके पर विधायक हरबंस कपूर, गणेश जोशी, खजान दास, मेयर सुनील उनियाल गामा आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

सम्मानित होने वाले अधिकारी व कर्मचारी

- डॉ। भूपिन्दर कौर औलख, आईएएस--महिला सशक्तिकरण एवं समाज कल्याण की दिशा में किये गए कार्य के लिए।

- डॉ। आशीष कुमार श्रीवास्तव, आईएएस--दून के स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर की दिशा में किए गए कार्य।

- मंगेश घिल्डियाल, आईएएस, आपदा प्रबंधन के लिए।

- मयूर दीक्षित, आईएएस- जल संचय एवं सरंक्षण में कोसी पुनर्जीवन एवं कृषि क्षेत्र में संवर्धन के लिए मोबाइल एग्रीक्लीनिक की पहल।

- डॉ.ललित नारायण मिश्रा, पीसीएस --गंगा के महास्वच्छता अभियान के लिए

- पीके पात्रो, आईएफएस--दून जू के डेवलपमेंट व ब्यूटिफिकेशन।

- दीप चंद्र आर्य, डीएफओ--जैव विविधता पार्क की स्थापना

- मोहित कुमार कोठारी, कार्यालय सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी--केदारनाथ धाम पैदल यात्रा करने वाले यात्रियों के लिये सोनप्रयाग शटल सेवा शुरू।

- विमि जोशी, सहायक परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण--जल स्रोतों का संचय एवं संवर्धन।

- डॉ। एसके झा, सीएमओ रुद्रप्रयाग--प्रोजेक्ट मां के तहत उच्च जोखिम प्रसव के तहत तत्काल ट्रीटमेंट।

- एलएस दानू, डीईओ माध्यमिक रुद्रप्रयाग-- लक्ष्य प्रोजेक्ट के तहत मोबाइल एप व वेब पोर्टल।

- मनोज कुमार, अधिशासी अभियंताए रुद्रप्रयाग--ऊर्जा के क्षेत्र में भारी बर्फबारी में सोनप्रयाग में विद्युत लाइन की मरम्मत।

- प्रो। राजीव रतन, प्रिंसिपल उच्च शिक्षा विभाग खानपुर हरिद्वार--स्टूडेंट्स, टीचर्स व कर्मचारियों को ऑनलाइन सर्विस से जोड़ना।

- डॉ। शिव कुमार उपाध्याय, उप परियोजना निदेशक, यूडीडब्ल्यूडीपी अल्मोड़ा--पारंपरिक फसलों के प्रमाणित बीजों का कृषक फेडरेशन द्वारा उत्पादन

- कुशाल सिंह कोहली, डीएसओ रुद्रप्रयाग--पीएम उज्जवला योजना के तहत फ्री गैस कनेक्शन।

- केएस चौहान, डिप्टी डायरेक्टर सूचना--उत्तराखण्ड न्यू फिल्म डेस्टिनेशन के क्षेत्र में

- हरेन्द्र सिंह, ईई रुद्रप्रयाग--स्वच्छता एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए।

- धीरज डिमरी, एई, डीपीएमयू--केदारनाथ पुनर्निर्माण में 380 मीटर लम्बाई में सुरक्षा दीवार का निर्माण।

- मुकेश बहुगुणा, कनिष्ठ अभियंता, डीपीएमयू रुद्रप्रयाग-- केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत 380 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार का निर्माण।

- प्रदीप कुमार, सेक्शन ऑफिसर, पीडब्ल्यूडी--सभी अनुभागीय कार्य के लिए।

- मीनाक्षी नौटियाल, एसआई पुलिस--महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के क्षेत्र में महिला हेल्पलाइन कार्य।