दुर्घटना रोकने में होगा कारगर, ट्रेन में हैंगिंग पार्ट देखते ही अधिकारियों को करेगा सतर्क

इलाहाबाद मंडल में चुनार सेक्शन में रेलवे ने हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम लगाया

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PRAYAGRAJ: रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे लगातार नए-नए प्रयोग कर रहा है. इसी के तहत दिल्ली-हावड़ा रूट पर इलाहाबाद सेक्शन में रेल दुर्घटनाएं रोकने के लिए रेलवे ने हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम लगाया है. इसे दिल्ली-हावड़ा रूट पर स्थित चुनार स्टेशन के यार्ड में लगाया गया है.

जीएम ने किया शुभारंभ

हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम का शुभारंभ जीएम एनसीआर राजीव चौधरी ने किया. इसे चुनार यार्ड में स्थापित हॉट बॉक्स डिटेक्टर सिस्टम के साथ ही लगाया गया है. ये चलती ट्रेन में लटकते हुए हिस्से का पता लगाने के लिए वेसाइड डिटेक्शन सिस्टम है.

लगाया गया है कैमरा

एचपीडीएस हैंगिंग पार्ट का पता चलने पर अलर्ट करता है. पहिया को छोड़ कर 7150 मिमी तक रेल के ऊपर पाई गई किसी भी वस्तु को हैंगिंग ऑब्जेक्ट के रूप में माना जाता है. हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम कैमरे से चित्र एकत्र करता है. उसका विश्लेषण करता है.

अपने आप ऑन होगा सेंसर

हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम ट्रेन के करीब आने पर संबंधित सेंसर/ कैमरा को आटोमेटिक आन करने, रिकॉर्डिंग एवं माप लेने, डेटा, अलार्म और रिपोर्ट को आटोमेटिक बनाकर भेजने में सक्षम है. सिस्टम आटोमेटिकली चलता है. ट्रेन आने पर अपने आप वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू करता है. विश्लेषण कर ट्रेन में लटके हुए हिस्से की स्थिति का पता लगाता है. लटकते हुए हिस्से की पुष्टि होने पर पहले से फीड मोबाइल नंबरों पर एसएमएस पहुंच जाता है.

डीआरएम इलाहाबाद अमिताभ के निर्देश पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में इसे चुनार स्टेशन के यार्ड में स्थापित किया गया है. भारतीय रेलवे में इलाहाबाद मंडल के यांत्रिक विभाग द्वारा एक नया प्रयोग किया गया है.

सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ, इलाहाबाद मंडल