- प्री एक्टिवेटेड फॉस्टैग भी भेज रहे सप्लायर

- अनलाइन कंप्लेन पर नहीं मिल रही राहत

GORAKHPUR: हाइवे पर टोल का पेमेंट करने के लिए फास्टैग की बाध्यता ने व्हीकल ऑनर्स को परेशान कर दिया है। फॉस्टैग को लेकर आए दिन होने वाली प्रॉब्लम में एक नई शिकायत सामने आई है। ऑनलाइन कंपनियों से फॉस्टैग मंगाने पर कोई भी गड़बड़ी का शिकार हो सकता है। डिलीवरी में लापरवाही की वजह से कई लोगों का फॉस्टैग कहीं अन्य एक्टिवेट होकर चलने लगा है। हालत यह है कि घर में खड़ी कार का टोल कटने का मैसेज आने पर इसकी जानकारी हो रही है। शिकायत के बाद भी यह प्रॉब्लम नहीं दूर हो रही। इस समस्या का कोई समाधान एनएचआई से लेकर टोल कॉन्ट्रैक्टर के पास भी नहीं है। उनका कहना है कि इस मामले में संबंधित ऑनलाइन कंपनी ही कोई सुधार कर पाएगी।

ऑनलाइन हो रही डिमांड, 15 फरवरी से दोगुना जुर्माना

टोल प्लाजा पर फॉस्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। इस वजह से ज्यादातर व्हीकल ऑनर अपने वाहनों में फॉस्टैग लगवा रहे हैं। कई ऑनलाइन कंपनियां इस मार्केट में कूद पड़ी हैं। उनकी तरफ से फॉस्टैग लेने पर तरह-तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं। इस चक्कर में लोग ऑनलाइन ही अपने फॉस्टैग ऑर्डर कर रहे। एप के जरिए होने वाले इस ऑर्डर में व्हीकल से संबंधित पेपर्स की कॉपी अपलोड करनी पड़ रही है। इसके बाद एक निश्चित समय पर डिलीवरी का आश्वासन दिया जा रहा है। टोल से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी तक गलती से फॉस्टैग लेन में घुसने पर सिर्फ टैक्स देना पड़ता था लेकिन 15 फरवरी से जुर्माना वसूल होगा।

डिलीवरी में गड़बड़ी कर रही परेशान, कंप्लेन भी बेकार

फास्टैग की अनिवार्यता व्हीकल ओनर्स के लिए भी मुसीबत का सबब बन गई है। ऑनलाइन बुकिंग में फॉस्टैग की डिमांड को देखते हुए कंपनियां समय से डिलीवरी नहीं कर पा रहीं। अगर किसी तरह से डिलीवरी हो गई तो किस पते पर किसका फॉस्टैग पहुंच जाएगा, इस बात की कोई गारंटी नहीं रही। शहर में ऐसे कई उपभोक्ता हैं जिन्होंने ऑनलाइन ऑर्डर करके फॉस्टैग मंगाया था। कुछ दिनों के बाद उनको मैसेज आया कि ऑर्डर कैंसिल हो गया। लेकिन एक माह बाद अचानक एप पर फॉस्टैग अपडेट हो गया। कस्टमर्स समझ रहे कि अब उनको डिलीवरी मिल जाएगी। इस चक्कर में वह इंतजार करते रहे। बाद में जब टोल कटने का मैसेज आया तो पता लगा कि प्रदेश के बाहर किसी टोल पर पैसा कटा है। इसकी शिकायत संबंधित एप के कस्टमर केयर नंबर पर की गई। कस्टमर केयर अधिकारी ने प्रॉब्लम सॉल्व करने का कई बार आश्वासन दिया लेकिन फिर भी उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल पा रही।

कुछ इस तरह की शिकायतें भी आई सामने

मंथली पास वालों को भी फास्टैग लगवाने के बाद पूरा टोल पे करना पड़ रहा है।

24 घंटे के भीतर टोल से वापसी करने पर भी कटी हुई रकम वापस नहीं हो रही।

टोल प्लाजा के पास से गुजरने पर बैग में रखे फास्टैग से भी पैसे कटने की शिकायत

बैलेंस होने के बावजूद फॉस्टैग का पैसा नहीें कट रहा। कई बार प्लाजा पर स्कैनिंग की प्रॉब्लम।

शीशे पर जरा सी धूल होने पर भी फॉस्टैग को मशीन आसानी से रीड नहीं कर पा रही।

मिस कॉल देकर जानिए फॉस्टैग का बैलेंस

फॉस्टैग में बचे पैसे का बैलेंस जानने के लिए एनएचआई प्रीपेड वॉलेट का हिसाब-किताब रखने वाली इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी एक मिस कॉल की सुविधा शुरू की है। इसके तहत 8884333331 नंबर पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से कॉल करके ग्राहक बैलेंस के बारे में जान सकते हैं। यह सुविधा 24 घंटे मिलेगी।

फॉस्टैग की डिलीवरी की समस्या का समाधान संबंधित कंपनी से होगी। टोल पर कोई प्राब्लम नहीं आ रही। ज्यादातर लोगों ने फॉस्टैग इंस्टॉल करा लिया है। रविवार को टोल पर फॉस्टैग के जरिए 71 परसेंट की रेवन्यू जनरेट हुआ है। यदि कोई समस्या होती तो हर जगह पर जाम की शिकायत आती।

इलोहन कुमार सिंह, जीएम, गोरखपुर कसया टोलवेज प्रा.लि।