- जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय में बनाए गए इमरजेंसी ऑपरेशन कंट्रोल का दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जाना हाल

- सुबह से दोपहर तक नहीं आई थी एक भी कॉल जबकि सिटी के विभिन्न एरियाज में है जल जमाव की समस्या

GORAKHPUR: मानसून ने दस्तक दे दी है। शहर में लगने वाले जल जमाव के साथ-साथ नदियों के उफान व बाढ़ की चिंता प्रशासन को सताने लगी है। ऐसे में पब्लिक को दिक्कत न हो, इसके लिए डीएम के निर्देश पर आपदा प्रबंधन कार्यालय के भीतर दस जून को इमरजेंसी आपरेशन कंट्रोल (ईओसी) स्थापित किया गया। कंट्रोल रूम का संचालन जहां तीन शिफ्ट में किया जा रहा है। वहीं तीन-तीन कर्मचारी इस कंट्रोल रूम में काम कर रहे हैं। लेकिन हैरानी वाली बात है शहर में जगह-जगह जल जमाव की समस्या होने के बावजूद अभी तक यहां लोगों के इक्का-दुक्का कॉल्स ही आए हैं। गुरुवार को हुई बारिश के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने ईओसी का जायजा लिया तो हैरान करने वाली स्थिति मिली। सुबह से लेकर दोपहर तक जिले के किसी भी एरिया से जल जमाव की समस्या को लेकर एक भी कॉल नहीं आई थी। जबकि सिटी में ऑल रेडी तमाम जगहों पर जल जमाव की समस्या बरकरार है।

इंट्रेस्ट की कमी या फिर जागरुकता नहीं

कॉल नहीं आने पर मौके पर मौजूद कर्मचारियों राम उग्रह प्रसाद व महेंद्र दीक्षित से बात की गई तो उन्होंने जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता के पास भेज दिया। उन्होंने बताया कि डीएम के निर्देश पर ईओसी का गठन किया गया है। विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी है। दोपहर 12.30 बजे तक कहीं से भी कंट्रोल रूम में एक भी कॉल नहीं आने के सवाल पर उन्होंने बताया कि जल जमाव व नदी के उतार-चढ़ाव की रिपोर्ट आती रहती है। रहा सवाल कॉल्स का तो कम लोग ही कॉल करते हैं। कॉल आने के बाद संबंधित विभाग के जिम्मेदार को सूचित कर दिया जाता है। हालांकि इसके पीछे ये भी कारण हो सकता है कि ईओसी के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है और यही वजह है कि लोग अपनी शिकायत यहां दर्ज नहीं करा पा रहे हैं।

डेली भेजी जाती है शासन को रिपोर्ट

जिला आपदा विशेषज्ञ ने बताया कि शहर में जल जमाव की समस्या आने पर पब्लिक सीधे शिकायत दर्ज करवा सकती है। तत्काल समस्या के समाधान के लिए नगर निगम, सीएमओ ऑफिस, पशु पालन व पुलिस डिपार्टमेंट को सूचित कर दिया जाता है। जब रिपोर्टर ने कंट्रोल रूम के कार्य प्रणाली के वर्क को लेकर सवाल किए तो बताया कि डेली तापमान का रिकार्ड मेंटेन किया जाता है साथ ही कितनी वर्षा हुई, इसकी जानकारी तहसील वाइज बनाई जाती है। नदियों के जल स्तर की रिपोर्ट के साथ-साथ मौसम विभाग की तरफ से जारी किए जाने वाले अलर्ट की भी कंट्रोल रूम के जरिए जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इन सभी की रिपोर्ट सीधे डीएम के माध्यम से शासन को भेजी जाती है।

इमरजेंसी ऑपरेशन कंट्रोल रूम का नंबर

- 0551- 2201796

- टोल फ्री नंबर - 1077

अन्य विभागों के नंबर

सीएमओ ऑफिस - 0551-2205145

नगर निगम - 0551-2342621, 7311180303

पशु पालन - 0551-2332236, 9628219543

पुलिस - 0551-2204335

ईओसी में दर्ज होते ये रिकॉर्ड

- तापमान का रिकार्ड

- डेली की वर्षा रिपोर्ट

- नदी के दैनिक जल स्तर की रिपोर्ट

तीन शिफ्ट में होता है संचालन

- सुबह 6-दोपहर 2 बजे तक

- दोपहर 2-रात 10 बजे तक

- रात 10-सुबह 6 बजे तक

सिटी के जल जमाव प्रभावित एरिया

गोरखनाथ (रामनगर, रसूलपुर भट्टा), शाहपुर (भेडि़यागढ़, गड़ेरिया टोला एवं अन्य संबंधित क्षेत्र), राप्ती नगर, बसियाडीह, नेताजी सुभाषचंद्र बोस नगर, लालडिग्गी रेग्युलेटर नंबर 7,8, ट्रांसपोर्टनगर, महेवा कटनिया रेग्युलेटर नंबर-9, सिविल लाइंस, सुमेर सागर, धर्मशाला, महेवा चुंगी, डोमिनगढ़, इलाहीबाग व मिर्जापुर।

नोट - नगर आयुक्त द्वारा डीएम को दी गई रिपोर्ट के आधार पर।

वर्जन

पब्लिक के कॉल आने पर संबंधित विभाग में फोन कर बता दिया जाता है। समस्या का समाधान हो इसके लिए पूरा प्रयास किया जाता है। हां कॉल्स जरूर कम आ रही हैं लेकिन लोगों को इसके बारे में बताया जा रहा है।

- गौतम गुप्ता, विशेषज्ञ, जिला आपदा प्रबंधन, गोरखपुर