-उमस भरी गर्मी के बीच लो वोल्टेज से जीना हुआ मुहाल

-बरहुआं में कंट्रोल ट्रांसफार्मर जलने से 11 घंटे गुल रही 50 हजार घरों की बिजली

GORAKHPUR: एक तरफ तो जानलेवा उमस भरी गर्मी दम निकाल रही है, वहीं दूसरी तरफ बिजली का सितम कहर ढा रहा है। चिलचिलाती धूप और चिपचिपे पसीने से निजात पाने के लिए जैसे ही पंखे, एसी की शरण में जा रहा है, बिजली अपने रंग दिखाने लगती है। कभी गायब हो जाती है तो कभी लो वोल्टेज के चलते परेशानी और बढ़ जाती है। कहीं टंकी में पानी नहीं चढ़ पा रहा है तो कहीं नींद न पूरी होने के चलते लोग चिड़चिड़े हो रहे हैं।

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पूरे शहर में लो वोल्टेज की मार

GORAKHPUR: शहर में शनिवार की दोपहर से ही लो वोल्टेज की प्रॉब्लम शुरू हो गई है। शहर के एक दर्जन से अधिक एरिया के ट्यूबवेल शनिवार की दोपहर से ही नहीं बंद हो गए हैं। बंद पड़े ट्यूबवले के कारण शहर के 40 प्रतिशत एरिया में शनिवार की शाम से ही पानी सप्लाई ठप हो गई है। वहीं लोगों के घरों में लगे एसी और कूलर बंद पड़े हैं और पंखे केवल डोल रहे हैं।

घर को महज 180 वोल्ट मिली बिजली

शहर के 11 सब स्टेशन पर 33 हजार केवी की जगह पर 30 हजार से लेकर 31 हजार केवी बिजली मिल रही है। सब स्टेशन पर इतनी कम बिजली मिलने का असर घरों में भी पड़ने लगा है। घरों में भी 220 वोल्ट की जगह पर 180 वोल्ट तक बिजली मिल रही है। बिजली कम मिलने के कारण एसी, फ्रिज, पानी का मोटर तक नहीं चल पा रहा है। वोल्टेज सही न मिलने के कारण कूलर के मोटर तक नहीं चल रहे हैं।

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सब स्टेशन तीन दिन से लो वोल्टेज झेल रही पब्लिक और एरिया

प्रभावित पब्लिक प्रभावित एरिया

इंडस्ट्रियल एरिया 8000 रामनगर, शास्त्री चौक, भगवती चौराहा, लच्छीपुर

सूरजकुंड 12000 सूरजकुंड, सूर्य विहार कालोनी, नेताजी सुभाषचंद बोस नगर, अंधियारीबाग

दुर्गाबाड़ी 6000 दुर्गाबाड़ी, तिवारीपुर आवास विकास कालोनी, अंधियारीबाग दक्षिणी

राप्तीनगर 18000 राप्तीनगर फेज-1, 4, गंगा नगर, करीम नगर, चरगांवा, रामजानकी नगर

नार्मल 8000 नार्मल, तुर्कमानपुर, हांसूपुर, रायगंज

रुस्तमपुर 22000 आजाद चौक, बेतियाहाता, बगहा बाबा मंदिर, चिलमापुर, भलोटिया

टाउनहाल 4000 मियातीपुर, नगर निगम, डीआईजी बंगला रोड

मोहद्दीपुर 1000 बिछिया, नंदानगर

खोराबार 18000 खोराबार, दिव्यनगर, मालवीय नगर, सहारा एस्टेट कालोनी

बक्शीपुर 10000 दीवान बाजार, गाजीरौजा, बक्शीपुर

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शहर के 50 हजार घरों में 11 घंटे बिजली गुल

- सोमवार रात 1 बजे बरहुआं 220 केवी का सीटी दग जाने से हुई प्राब्लम

GORAKHPUR: बरहुआं से मोहद्दीपुर जाने वाली लाइन की सीटी खराब होने के कारण सोमवार की रात 1.30 बजे से लेकर मंगलवार की दोपहर 12 बजे तक शहर के आधा दर्जन सब स्टेशन की बिजली सप्लाई डगमगा गई। बरहुआं में स्थिति गड़बड़ाने के बाद अफसरों ने एरिया की बिजली मोतीराम अड्डा से देने की कोशिश की, लेकिन ओवरलोड होने के कारण यह भी सब स्टेशन जवाब दे गया। स्थिति यह हुई कि इस सब स्टेशन से सप्लाई शुरू होने के बाद एक घंटे लोगों को बिजली मिल रही थी तो एक घंटे के लिए गुल हो जा रही थी। इस भीषण गर्मी में बिजली न आने से पूरी रात लोगों ने जागकर काटी। सबसे अधिक परेशानी सुबह हुई जब शहर के 25 से 30 हजार घरों में बिजली पानी समाप्त हो गया। लोग पानी की टंकियां खाली होने के कारण लोगों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ गया।

बरहुआं की दूर नहीं हो रही परेशानी

शहर में मेन सप्लाई करने वाला बरहुआं में 220 केवी का ट्रांसमिशन सब स्टेशन लगाया गया है। सोमवार की रात 1.30 बजे अचानक 220-132 केवी ट्रांसमिशन सीटी फूंकने से रुस्तमपुर, नार्मल और लालडिग्गी 33 केवीए और मोहद्दीपुर 132 केवी ट्रांसमिशन की बिजली सप्लाई ठप हो गई। उसके बाद आनन-फानन में मोहद्दीपुर 132 केवी को मोतीराम से जोड़ा गया, लेकिन ओवरलोड होने के कारण मोतीराम अड्डा भी जवाब देने लगा। उसके बाद अफसरों ने विकल्प निकाला और शहर में एक-एक घण्टे की कटौती करके बिजली सप्लाई चालू की, लेकिन यह भी कारगर साबित नहीं हुआ। जैसे ही किसी एरिया में एक घंटे की कटौती के बाद सप्लाई चालू हो रही थी मोहल्ले के कारण ओवरलोड होने के कारण फॉल्ट हो जा रहे थे। तारामंडल सब स्टेशन से जुड़े एरिया में सोमवार की रात से लेकर मंगलवार की दोपहर तक 10 जगह से अधिक जगहों पर तार या जंपर टूटने की कंप्लेन मिली। यही हाल दाउदपुर, इंदिरा नगर सहित कई अन्य एरिया में भी रहा।

प्रभावित सब स्टेशन परेशान कंज्यमूर्स

रुस्तमपुर 20000

यूनिवर्सिटी 8000

तारामंडल 18000

रानीबाग 6000

टाउनहाल 4000

नार्मल 15000

लालडिग्गी 22000

शाहपुर 21000

खोराबार 12000

मोहद्दीपुर 17000

सहारा इस्टेट 20000

बक्शीपुर 25000

कॉलिंग

बिजली कटौती का कोई शिडयूल निर्धारित नहीं है। इस वजह से काम प्रभावित हो रहा है। भीषण गर्मी में पसीने से तरबतर हो जा रहा है। एक तो बिजली नहीं आ रही है और जब बिजली आ रही है तो लो वोल्टेज के कारण पंखा केवल हिलता सा महसूस हो रहा है।

-केसी द्विवेदी, रिटायर्ड कर्मी

कई दिन तो ऐसा हो जा रहा है कि सुबह सब काम करके बिजली का इंतजार कर रहे हैं कि बिजली आए तो मोटर चले और घर में पानी मिले। यही नहीं जलकल का भी पानी पिछले एक सप्ताह से बिजली की तरह हो गया है, आने का कोई निश्चित समय ही नहीं है।

-सतीश गुप्ता, व्यापारी

रात को लो वोल्टेज के कारण गर्मी में नींद ही पूरी नहीं हो रहा हैं। नींद पूरी न होने से पूरे दिन चिड़चिड़ापन रहता है। स्थिति यह है कि दिन में ऑफिस में जैसे ही एसी की ठंडी हवा मिलती है नींद आने लगती है। रात को नींद न पूरी होने से बच्चों की भी पढ़ाई डिस्टर्ब होने लगी है।

-साकिब आलम, प्रोफेशनल

कॉलिंग

बिजली विभाग लाख दावे करें, लेकिन शहर का बिजली देने की जब बात आती है तो वह फिसड्डी साबित हो जाता है। सोमवार की रात से लेकर मंगलवार की दोपहर तक जिस तरह से बिजली मिली, उससे शहर कहीं लगता ही नहंी कि यह सीएम का शहर है।

बबली मौर्या, हाउसवाइफ

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वर्जन

वर्जन

तीन दिन से शहर में बिजली की लो वोल्टेज की प्रॉब्लम है। इसके बारे में ट्रांसमिशन को पत्र लिखा गया है। दो दिन में सही हो जाएगा। सीटी खराब होने के कारण शहर के कुछ एरिया में बिजली सप्लाई असर पड़ा है। मंगलवार को दोपहर को सीटी ठीक करके आपूर्ति सुचारु रूप से सप्लाई चालू कर दी गई।

-एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम

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सेहत का दुश्मन है मौसम का ये मिजाज

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: मौसम का मिजाज लगातार पलटी खा रहा है। इस वजह से लोगों को सावन में भी जेठ की गर्मी का एहसास हुआ। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो मौसम का जो मिजाज है, अगर उसमें थोड़ी सी भी लापरवाही की गई, तो इससे मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। वहीं अभी दो-तीन दिन मौसम का मिजाज यूं ही बने रहने की संभावना है।

रहिए सावधान

ह्यूमिडिटी ज्यादा होने की वजह से लोगों को डिहाईड्रेशन के साथ ही चक्कर, उल्टी, दस्त जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। वहीं अगर पानी की कमी हुई, तो पेशाब में जलन भी हो सकती है। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो यह मौसम बैक्टेरिया और वायरस के एक्टिव होने के लिए काफी फेवरेबल है, इसकी वजह से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है और डायरिया के साथ ही डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां घेर सकती है।

इस तरह खुद को बचाएं

- अपने घर, किचन और आसपास में सफाई खूब रखें।

- बिल्कुल ताजा और गर्म खाना खाएं। भूख से थोड़ा कम ही खाएं।

- खाने में नॉनवेज, तेल-मसाले वाली चीजों से परहेज करें।

- धूप में निकलें तो छाता और पानी की बॉटल साथ रखें।

- ठेले से फल और जूस खाने-पीने से पूरी तरह से बचें।

- पानी साफ और प्योरिफाई करने के बाद ही पीएं।

- मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें। घर की खिड़कियां, रोशनदान खुल रखें।

- घबराहट, चिड़चिड़ापन, बीपी लो-हाई होने या अन्य परेशानी होने पर डॉक्टर को दिखाएं।

मौसम का जो मिजाज है, वह वायरस और बैक्टेरिया के लिए काफी फेवरेबल है। ह्यूमिडिटी बढ़ने से वह और पॉवरफुल हो गए हैं। इसकी वजह से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। जहां तक पॉसिबल हो हाईजीन मेनटेन करें, धूप में ज्यादा न निकलें और पानी का खूब इस्तेमाल करें।

- डॉ। संजीव गुप्ता, फिजिशियन

यूं रहा है टेंप्रेचर -

डेट मैक्सिमम मिनिमम

18 जुलाई 35.8 26.8

17 जुलाई 34.5 28.1

16 जुलाई 34.2 28.0

15 जुलाई 33.6 26.2

14 जुलाई 33.7 26.3

13 जुलाई 31.5 25.0