सिक्योरिटी पर भारी पड़ रहे बाहरी तत्व, लगातार मारपीट की घटनाओं पर बवाल, पढ़ाई हो रही है प्रभावित

कॉलेज पि्रंसिपल को घेर छात्रों ने लगाई सुरक्षा की गुहार

PATNA: पटना साइंस कॉलेज में मंगलवार का दिन हंगामे के साथ बीता। बीते एक हते से हो रही विािन्न घटनाओं से कैंपस में पढ़ाई का माहौल बहुत प्रावित हुआ है। खास तौर पर बाहरी तत्वों के बेरोक-टोक प्रवेश के कारण यहां पर हमेशा ही सिक्योरिटी का मुद्दा गहराता रहा है। मंगलवार को करीब एक घंटे से अधिक समय तक कॉलेज कैंपस की सिक्योरिटी को लेकर स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल डॉ केसी सिन्हा का घेराव किया। ास बात यह रही कि कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं की जाए। इसे कॉलेज स्तर पर ही सुलझाया जाएगा।

छेड़खानी के कारण घटनाएं

छात्र नेता मनीष यादव ने कहा कि दरअसल कॉलेज की छात्रा के साथ छेड़खानी की घटना हुई थी। जब कॉलेज के छात्रों ने इसका विरोध किया तो बाहरी तत्वों ने मारपीट की। कॉलेज ग्राउंड पर यह घटना हुई। ताला तोड़ने की घटना इससे जुड़ी है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर जब तक रोक नहीं लगाई जाएगी तब तक माहौल नहीं सुधरेगा। यहां सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए।

क्या है ताजा मामला

कॉलेज में बीते तीन दिन पहले कैंटीन में बैठने को लेकर जब कॉलेज के छात्र ने बाहर के छात्र को वहां से जाने की बात कही तो बाहर के छात्र ने अपने अन्य साथियों को कैंटीन में बुला लिया और वहां मौजूद कॉलेज के छात्रों के साथ मारपीट की। इस घटना की रिपोर्ट कॉलेज प्रिंसिपल डॉ केसी सिन्हा से की गई। इसके उपरांत इस मामले की रिपोर्ट पीरबहोर थाना में की गई। जब पुलिस कॉलेज कैंपस पहुंची तो उलटे कॉलेज में सिक्योरिटी दुरुस्त करने की बजाय पुलिस ने अपना अलग तर्क दे दिया। डॉ केसी सिन्हा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस वालों ने कहा कि दारोगा बहाली के लिए बाहर के भी छात्र ग्राउंड में दौड़ने के लिए आते हैं। आखिर वे कहां जाएंगे, कॉलेज कैंपस में उनके आने से कोई परेशानी की बात नहीं है।

कैंटीन को बना लेते हैं अड्डा

छात्रों ने बताया कि कैंटीन केवल कॉलेज के छात्रों के लिए है। लेकिन गेट पर कोई चेकिंग या आई कार्ड दिखाकर ही प्रवेश करने की कोई ठोस नीति कॉलेज प्रशासन का नहीं होने के कारण बाहर के लड़के यहां आकर बैठते हैं। कई बार कैंटीन में ही छात्रों के साथ बैठने को लेकर गाली-गलौज और मारपीट की ाबरें आती रही हैं।

बंद नहीं किया जा सकता गेट

एकेडमिक काउंसिल और स्टूडेंट्स रिप्रजेंटेटिव आदि की मीटिंग में यह बात पहले ही तय किया गया था कि कॉलेज का गेट बंद नहीं किया जाएगा। इस बारे में प्रिंसिपल डॉ केसी सिन्हा ने कहा कि इस मीटिंग की अध्यक्षता वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने की थी। उन्होंने ही यह अनुमति दी थी कि कॉलेज का गेट सुबह दो घंटे और शाम के दो घंटे ाुला रहेगा। क्योंकि यहां ग्राउंड पर बाहर से लोग ोलने कूदने और शारीरिक परीक्षा आदि की तैयारी करने आते हैं। उन्होंने कहा कि इस बात का रिजोल्यूशन पास कर दिया गया था।

- समस्याएं एक नजर में

- साइंस कॉलेज का ताला तोड़ा गया बाहरी लोगों के द्वारा।

- जियोलाजी डिपार्टमेंट की पीजी की किताबें चोरी हो गईं।

- साइंस कॉलेज ग्राउंड पर बाहर से लड़के आकर खेलते-कूदते हैं। कई बार कॉलेज के छात्र के साथ बहस और मारपीट की घटनाएं हो चुकी है।

- बीते वर्ष न्यूटन हॉस्टल के छात्रों के साथ बाहर के लड़कों ने मारपीट की। ोल मैदान पर कजे को लेकर जमकर पत्थरबाजी हुई थी।

- बार- बार छात्रों ने गेट को बाहरी लोगों के लिए पूर्णत: बंद करने की मांग की। लेकिन ऐसा कभी नहीं किया गया।

कॉलेज की सुरक्षा का मामला बेहद गंभीर समस्या है। मैंने पीयू वीसी को पत्र लिखकर कॉलेज में गार्ड बढ़ाने को कहा है। कैंपस में सीसीटीवी कैमरा लगेगा। कैंपस में बिना आईडी किसी को इंट्री नहीं दिया जाएगा।

डॉ केसी सिन्हा, प्रिंसिपल पटना साइंस कॉलेज

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- बीएन कॉलेज में भी परेशानी

मंगलवार को बीएन कॉलेज में छात्रों ने प्रिंसिपल चैंबर के सामने जमकर प्रदर्शन किया और सेटी का मुद्दा उठाया। करीब एक घंटे तक साी छात्र-छात्राओं ने विािन्न मुद्दों को लेकर उनका घेराव किया। छात्रों ने कहा कि कॉलेज में वे सेफ नहीं है। बाहर के लोग कॉलेज

कैंपस में घुसकर समस्या पैदा करते हैं।

छात्रों का नेतृत्व करते हुए कॉलेज काउंसलर रौशन कुमार राजा ने प्रिंसिपल से कहा कि कॉलेज के पश्चिम की ओर बाउंड्री वॉल टूटा हुआ है। यहां से बाहर के असामाजिक तत्वों का प्रवेश हो जाता है। वे काी यहां वाटर कूलर का नल ले जाते हैं तो काी कोई अन्य कीमती सामान आदि। इसके अलावा क्लास रुम में पंा नहीं है। बैठने के लिए बेंच टूटा हुआ है। इस समस्याओं पर कॉलेज प्रशासन ध्यान दे।

हॉस्टल की स्थिति दयनीय

काउंसलर रौशन कुमार राजा ने प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद से कॉलेज के हॉस्टल की दयनीय स्थिति का मामला उठाया और इसे जल्द दुरुस्त करने की मांग की। इसके अलावा यहां साफ -सफाई और मेस की समस्या का समाधान सालों से लंबित है। जब तक इस समस्याओं का समाधान नहीं होता है। तब तक यहां रहना छात्रों के लिए मुसीबत है। साथ ही फिजिक्स में लैब की मशीनों की कमी है, छात्रों को सीाने में परेशानी है.बीसीए और बीबीए में कप्यूटर लैब जल्द से जल्द उपलध कराने की मांग की गई। इस मौके पर प्रियरंजन शर्मा, शुाम सिंह, रविरंजन व अन्य कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

छात्र-छात्राओं की समस्याएं सुनने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद ने जल्द ही इन सभी समस्याओं का हल निकालने का आश्वासन दिया। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कॉलेज में सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्री बाल को दुरुस्त किया जाना जरुरी है। हालांकि फंड की कमी होने की बात भी कही गई।