- डीडीयूजीयू के फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट में शुरू होगा प्रोफेशनल कोर्स

- अगले सेशन से स्टार्ट होगा कोर्स, बोर्ड ऑफ स्टडीज से मिला अप्रूवल

GORAKHPUR: चाहे बच्चे हों या जवान, चाहे बूढ़े सभी डीडीयूजीयू से डांस और सिंगिंग की क्लास ले सकेंगे। वो भी सर्टिफिकेट के साथ जो न सिर्फ कॅरियर बनाने में मददगार साबित होगा, बल्कि आगे की पढ़ाई में भी अहम रोल अदा करेगा। फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट इसके लिए डिप्लोमा के साथ ही बैचलर और मास्टर डिग्री के कोर्स संचालित करने जा रहा है। इन कोर्सेज के संचालन के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज से अप्रूवल भी मिल गया है।

मोटी फीस से मिलेगी आजादी

बता दें, सिंगिंग, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट ट्रेनिंग और डांस की क्लासेज के लिए बच्चे, बूढ़े समेत महिलाएं भी प्राइवेट इंस्टीट्यूट में दाखिला लेते हैं। इन इंस्टीट्यूट में एक तो अनट्रेंड ट्रेनर्स द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है, ऊपर से इनके सर्टिफिकेट्स भी किसी काम के नहीं होते हैं। साथ ही मोटी फीस भी वसूलते हैं। लेकिन अब न तो इस तरह के बगैर मान्यता प्राप्त वाले संस्थान लोगों को डांस क्लास के नाम पर चूना लगा सकेंगे और ना ही अनट्रेंड एक्सपर्ट की क्लास संचालित कर सकेंगे।

10वीं पास ले सकेगा दाखिला

फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट एचओडी प्रो। उषा सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी में डांस क्लास नहीं थी। जिसको देखते हुए थ्री इयर्स डिप्लोमा कोर्स इन वोकल इंस्ट्रूमेंट एंड डांस की क्लास स्टार्ट की जाएगी। इस कोर्स में किसी भी उम्र का 10वीं पास व्यक्ति एंट्रेंस टेस्ट के जरिए दाखिला ले सकता है। अगर कोई इस तीन वर्षीय कोर्स को एक साल में ही कंप्लीट करता है तो उसे एक साल का सर्टिफिकेट देकर छोड़ दिया जाएगा। यह कोर्स सेल्फ डिफेंस के तहत चलेगा जिसकी सालाना फीस चार हजार रुपए होगी।

इन कोर्सेज का होगा संचालन

- थ्री इयर्स डिप्लोमा कोर्स इन वोकल इंस्ट्रूमेंट एंड डांस क्लास

- थ्री इयर्स डिप्लोमा कोर्स इन म्यूजिक

- बैचलर ऑफ परफॉर्मिग आर्ट (थ्री इयर्स)

- बैचलर ऑफ विजुअल आर्ट (थ्री इयर्स)

- मास्टर ऑफ परफॉर्मिग आर्ट (टू इयर्स)

- मास्टर ऑफ विजुअल आर्ट (टू इयर्स)

वर्जन

सिंगिंग, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट ट्रेनिंग और डांसिंग के लिए डिप्लोमा, बैचलर और मास्टर प्रोफेशनल कोर्स लॉन्च किए जा रहे हैं। इसके लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज से अप्रूवल मिल गया है। बहुत जल्द एकेडमिक काउंसिल से भी अप्रूवल मिल जाएगा।

- प्रो। उषा सिंह, एचओडी, फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट