-जनसभा में आई बस ने बिजली पोल में मारी टक्कर, संडे दोपहर तीन बजे से बिजली गुल

GORAKHPUR आए दिन बिजली-पानी की किल्लत झेलने वाली डीडीयूजीयू की प्रोफेसर कॉलोनी (हीरापुरी कॉलोनी) और ब्वॉयज हॉस्टल्स एक बार फिर इस परेशानी में फंस गए। रविवार को एमपी इंटर कॉलेज ग्राउंड में हुई जनसभा में आई बस संवाद भवन के पास बिजली पोल में टकरा गई। इससे 11 हजार वोल्ट का तार सीधे 400 वोल्ट वाले तार पर जा गिरा। इसके चलते जहां हीरापुरी कॉलोनी समेत ब्वॉयज हॉस्टल्स की लाइट गुल हो गई। वहीं पानी भरने वाला मोटर भी जल गया। यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार समस्या के समाधान के लिए प्रति उदासीन नजर आए। नतीजा ये कि रविवार दोपहर तीन बजे से कटी बिजली सप्लाई सोमवार देर रात तक नहीं बहाल हो सकी। इस बीच 30 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक बिजली-पानी सप्लाई ठप होने से हाहाकार मचा रहा। बाद में टीचर्स के बार-बार हस्तक्षेप के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से नया मोटर लगाए जाने की कवायद शुरू की गई।

वापसी के लिए निकली बस, हो गई टक्कर

एमपी इंटर कॉलेज ग्राउंड में रविवार को सीएए को लेकर बीजेपी की जनसभा थी। इसमें आने वाले लोगों को बसों से बुलाया गया था। गोरखपुर जिले व आसपास से आए लोगों की बसों के लिए यूनिवर्सिटी के ग्राउंड को पार्किग बनाया गया था। दोपहर में जनसभा समाप्त होने के बाद जब बस पकड़ने लोग कैंपस आए तो वापसी में एक बस संवाद भवन के पास पोल में टकरा गई। इससे 11 हजार वोल्ट का तार सीधे 400 वोल्ट वाले तार पर जा गिरा।

बिजली-पानी को तरसे दो हजार टीचर्स और स्टूडेंट्स

मोटर जल जाने से रविवार दोपहर तीन बजे से ही हीरापुरी कॉलोनी समेत चारों ब्वॉयज हास्टल्स में पानी और बिजली के लिए हाहाकार मच गया। करीब दो हजार टीचर्स व हास्टलर्स रविवार दोपहर से बिजली-पानी के लिए तरसते रहे। हीरापुरी कॉलोनी में रहने वाले प्रोफेसर्स व उनके फैमिली मेंबर्स ने बताया कि रविवार का दिन होने से बिजली जाने पर यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार भी मौके पर नहीं पहुंचे। वहीं यूनिवर्सिटी के जेई कौशलेंद्र गुप्ता जले मोटर की मरम्मत के लिए दिनभर मशक्कत करते रहे, लेकिन बाद में मरम्मत की बजाय नया मोटर लगाया गया।

छह महीने में चार बार झेली प्रॉब्लम

डीडीयूजीयू शिक्षक संघ प्रेसीडेंट प्रो। विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बिजली-पानी की समस्या आम बात हो गई है। छह महीने के भीतर चार बार इस समस्या से कॉलोनीवासियों को जूझना पड़ा है, लेकिन यूनिवर्सिटी अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा रही है। यूनिवर्सिटी रोड के नाला निर्माण के दौरान भी हॉस्टल की दीवार गिरने से पाइप फट गई थी। इस कारण भी पानी की समस्या बनी रही।

कोट्स

पानी की समस्या संडे की दोपहर से थी। यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रयास किए जाने के बाद मंडे की देर रात पानी मिल सका। इसके पहले भी इस तरह की समस्या आ चुकी है।

प्रो। हर्ष सिन्हा, टीचर

हीरापुरी कॉलोनी में बिजली-पानी की समस्या आम बात हो गई है। मंडे की देर रात बाद पानी आया। हीरापुरी कॉलोनी में चूंकि टीचर्स व उनकी फैमिली रहती है, ऐसे में ऐसी समस्या दोबारा ना हो इस पर ध्यान देना होगा।

प्रो। अजय कुमार शुक्ला, टीचर

हॉस्टल में बिजली पानी की समस्या आम बात हो गई है लेकिन यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं देते हैं। चाहे नाले का निर्माण के दौरान की घटना हो या फिर किसी बस के टक्कर मारने की, इस पर लगाम लगनी चाहिए।

पवन कुमार, स्टूडेंट

यूनिवर्सिटी प्रशासन को बिजली-पानी की समस्या को लेकर संजीदा होना होगा। कई बार यह समस्या आ चुकी है। बार-बार शिकायत करने के बाद जिम्मेदार जागते हैं।

सतीश चंद्र, स्टूडेंट

वर्जन

11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गिर गया था। इस कारण बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। मोटर भी जल गया था। नया मोटर लगाया गया है। देर रात तक सप्लाई बहाल हो गई।

कौशलेंद्र गुप्ता, जेई, डीडीयूजीयू

बिजली-पानी की समस्या थी जिसे मौके पर पहुंचकर दूर करा दिया गया। बस के टक्कर मार देने से 11 हजार वोल्ट का तार टूटकर गिर गया था इस कारण यह समस्या आई थी।

डॉ। ओम प्रकाश, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू

ैक्ट फिगर

हीरापुरी कॉलोनी में मकान - 120

बिजली-पानी की समस्या से इफैक्टेड फैमिली मेंबर्स - 800

चारों हॉस्टल के स्टूडेंट्स - 1200

कुल 2000 टीचर्स व स्टूडेंट्स हुए परेशान