-एनआईबीएम में सोमवार को नेहा को सम्मानित किया गया

-यूपीएससी में ऑल इंडिया में 22वां रैंक मिला है नेहा को

JAMSHEDPUR: अपने इंटरेस्ट को ही अपना लक्ष्य बनाएं तभी सफलता मिलेगी। लक्ष्य के लिए रणनीति बनाए और उस पर काम करें। यह कहना है नेहा सिंह का जिन्होंने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। उन्हें ऑल इंडिया में 22वां रैंक मिला है। नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एनआईबीएम) में सोमवार को नेहा को सम्मानित किया गया। संस्था के निदेशक एके घोष ने उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में नेहा जमशेदपुर के डीसी पद पर सेवा प्रदान कर शहर का नाम रौशन करेगी। नेहा ने इस दौरान स्टूडेंट्स के सवालों के भी जवाब दिए। संस्था के सचिव मदन मोहन सिंह ने कहा कि आज लड़कियां लड़कों से कई कदम आगे हैं और भारत का भविष्य इन्हीं के हाथों में हैं। संस्था के डीन नागेंद्र ने नेहा को स्मृति चिह्न और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित कया। इस दौरान नेहा के पिता दिलीप सिंह को भी सम्मानित किया गया।

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मनोज प्रसाद बने अध्यक्ष

NOWAMUNDI: बड़ाजामदा सामुदायिक भवन में सोमवार को श्रावणी महीने में शुरू होने वाले कांवरिया दल सेवा के लिए छात्र युवा विकास मंच का पुनर्गठन किया गया। मनोज प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान संघ में मनोज प्रसाद उर्फ मोना को अध्यक्ष चुन लिया गया। उपाध्यक्ष पद पर विनोद कुमार साहू, सचिव विजय बोदरा, उपसचिव राजा तिर्की, संगठन सचिव काशीनाथ दास, संरक्षक अनिल चौरसिया, कोषाध्यक्ष विशाल चौरसिया, उपकोषाध्यक्ष अमित कुमार रजक चुने गए। संघ सदस्य में शशिकांत नायक, तिलक सिंह, रामचन्द्र गोप, मनोज सिंह, सन्नी चौरासिया, शशि प्रसाद, मणिशंकर प्रसाद गुप्ता, दिनेश प्रसाद, प्रकाश प्रसाद, शंकर सामंत, राजेन चौरासिया, अनिल कुमार साहा आदि को शामिल किया गया है। मंच उपाध्यक्ष विनोद कुमार साहू ने बताया कि एक अगस्त से शुरू होने वाले श्रावणी मेले को लेकर इसबार पहली अगस्त से कांवरिया दल सेवा के लिए बड़ाजामादा मुख्य सड़क किनारे शिविर लगाकर सेवा की जाएगी। जबकि श्रावणी महीने के अंतिम सोमवार को प्रत्येक साल की तरह नोवामुंडी के जोजो कैम्प पम्प हाउस के सामने शिविर लगाया जाएगा। पैदल चलकर थके हुए कांवरिया दल को विश्राम के लिए अलग जगह निर्धारित होगी। शिविर में चिकित्सा व्यवस्था के लिए रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों से बातचीत कर सुविधा दिलाई जाएगी। शिविर में जलपान से लेकर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया।