RANCHI: दारोगा नियुक्ति में उम्र सीमा घटाए जाने के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। मोरहाबादी में गांधी प्रतिमा के पास सामूहिक मुंडन करा कर अपना विरोध जताया। आरोप लगाया कि सरकार का मेंटल डेथ हो चुका है, स्वविवेक और संवेदनशीलता मर चुकी है, इसलिए पुरुषों ने बाल मुंडन कर शोक मनाया, वहीं महिलाओं ने सांकेतिक शोक के तौर पर नाखून कटवाए।

इसके पहले उम्र सीमा थी 35 वर्ष

जानकारी हो कि झारखंड में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने दारोगा नियुक्ति के लिए आवेदन मांगा है। इससे पहले राज्य में जो दारोगा नियुक्ति हुई थी उसमें सामान्य वर्ग के लिए उम्र सीमा 35 वर्ष थी। इस बार उसे घटाकर 26 वर्ष कर दिया गया है। इसी तरह ओबीसी के लिए एज लिमिट 38 साल और एससी- एसटी के लिए 40 साल थी जिसे घटाकर ओबीसी के लिए 28 और एससी- एसटी के लिए 30 वर्ष कर दी गयी है। बीती नियुक्ति के लिए कट ऑफ डेट वर्ष 2009 था। इस बार यह वर्ष 2017 है। इसका पूरे झारखंड के युवा विरोध कर रहे हैं।

3,000 से अधिक दारोगा की होनी है नियुक्ति

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने दारोगा के 3019 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्त्रिया शुरु कर दी है। इन पदों में से 2,483 पद जिला इकाई के हैं। जबकि 488 विशेष शाखा और 48 पद जिला इकाई के अवर निरीक्षक परिचारी सार्जेट के हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए स्नातक की डिग्री अनिवार्य है। इसके अलावा शारीरिक मापदंड पूरा करना अनिवार्य है। नियुक्ति के लिए न्यूनतम उम्रसीमा 21 वर्ष तथा अधिकतम 26 वर्ष है। ओबीसी के लिए यह अधिकतम 28 वर्ष और एससी-एसटी के लिए 30 वर्ष है।