RANCHI: जगन्नाथपुर थाना हाजत में रविवार को कचनार टोली निवासी 30 वर्षीय सुनील कच्छप की मौत के खिलाफ दूसरे दिन परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हेसाग चोक जाम किया। मृतक की पत्नी सुमी कच्छप का कहना है कि मारपीट में पुलिस ने मेरे पति को तीन दिन हाजत में रखा। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। जामकर रहे लोगों ने कहा कि थाना प्रभारी पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए और उसे तुरंत सस्पेंड किया जाए।

आखिर क्यों नहीं भेजा जेल

मृतक के साढ़ू मनोज कच्छप का आरोप है कि सुबह 10 बजे जब वे लोग थाना पहुंचे थे। दो बजे तक सुनील ठीक था। थाना प्रभारी को कहा गया था कि उसे जेल भेज दीजिए। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

दो दिन बाद प्राथमिकी क्यों?

परिजनों का कहना है दोपहर दो बजे तक तो सुनील ठीक से बात कर रहा था, अचानक ये सब कैसे हो गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि जब सुमी ने 15 जून को लिखित आवेदन दिया था, तो तीन दिनों तक पुलिस ने सुनील को हाजत में क्यों रखा। पुलिस ने 17 जून को सुमी की शिकायत पर प्राथमिकी क्यों दर्ज की?

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार सुनील ने पत्‍‌नी सुमी कच्छप से 14 जून को शराब पीने लिए पैसा मांगा था। उसने पैसा देने से मना किया तो ईंट से उसका सिर फोड़ दिया। उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद सुमी ने 15 जून को जगन्नाथपुर थाना में आवेदन दिया था कि सुनील ने ईंट से उसका सिर फोड़ दिया है। पीसीआर16 की पुलिस ने उसी शाम छह बजे सुनील को पकड़ा और थाना ले जा कर हाजत में बंद कर दिया। अब पुलिस का कहना है कि पारिवारिक विवाद में सुनील के घरवालों ने उसे थाने में रखने का अनुरोध किया था, ताकि वह दोबारा शराब पीकर पत्‍‌नी या परिवार के किसी दूसरे सदस्य पर हमला न करे। 17 जून की सुबह सुमी अपनी मां आशा मिंज एवं बहनोई मनोज कच्छप के साथ सुबह 10 बजे थाना पहुंची और कहा कि इसको जेल क्यों नहीं भेज रहे हैं? फिर भी पुलिस ने उनके परिजनों की बात अनसुनी कर उसे हाजत में ही रखा। उसके बाद सभी कचनार टोली स्थित घर आ रहे थे तभी थाना से फोन आया की सुनील की तबीयत खराब हो गई। जब वे लोग थाना पहुंचे तो सुनील के शव को हाजत से बाहर निकाल कर रखा गया था। थाना प्रभारी ने बताया की सुनील ने हाजत में ही सिर पटक कर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया। इसके बाद सुमी की लिखित शिकायत पर उसके पति के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया गया। जब सुनील कच्छप की मौत हो गई तो परिजनों का सुर बदल गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर फटने व खून बहने से मौत

पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में प्रथम द्रष्टया में सिर फटने और अत्यधिक खून बह जाने से सुनील कच्छप की मौत हुई है। सुनील कच्छप के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं।

कोट

मामले की जांच सिटी एसपी अमन कुमार द्वारा की जा रही है। जांच के बाद रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट में यदि थानेदार दोषी पाया गया तो उसे निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई होगी।

-अमोल वेणुकांत होमकर, डीआईजी, रांची।