Sardhana: गुरुवार देर शाम नहाते समय गंगनहर में डूबे खेड़ा निवासी युवक का कहीं सुराग नहीं लग पाया। रातभर परिजन उसकी तलाश में जुटे रहे। उधर रात व दिन में पुलिस का कोई सहयोग न मिलने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने दौराला गंगनहर पुल पहुंचकर इसके विरोध में जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गौताखोरो को बुलाने की मांग की।

नहाते समय डूब गया था

बतादें कि खेड़ा निवासी 28 वर्षीय टोनी उर्फ अर्जुन पुत्र सोमबीर गुरुवार शाम गर्मी से निजात पाने के लिए सलावा गंगनहर पुल पर नहाने आया था। नहाते समय अचानक वह डूब गया। पुल पर नहा रहे अन्य लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह बचाया नहीं जा सका। देर रात तक युवक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। बाद में जानकारी हुई तो युवक खेड़ा का निकला। खेड़ा में इसकी सूचना पहुंची तो परिजन व ग्रामीण रात में ही गंगनहर पर पहुंच गए। उन्होंने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया।

पुलिस के खिलाफ भड़के

घटना का पता चलने के बाद भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष फैल गया। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रॉलियों में सवार होकर दौराला गंगनहर पुल पहुंचे। जहां उन्होंने हंगामा करते हुए जाम लगा दिया। ग्रामीणो ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सरधना राजेश वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उनके साथ अभद्रता कर दी। ग्रामीणों ने पुलिस पर अनदेखी का आरोप लगाया।

एसडीएम ने खुलवाया जाम

कुछ देर बाद एसडीएम कुमार भूपेंद्र भी वहां पहुंच गए, उन्होंने व इंस्पेक्टर राजेश वर्मा ने गौताखोर बुलाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन गुस्साए लोगों ने गौताखोर आ जाने के बाद ही जाम खोलने की बात कही। करीब तीन घंटे बाद गढमुक्तेश्वर से पीएसी के गौताखोरों की टीम यहां पहुंची तब जाकर ग्रामीण शांत होकर वापस लौटे। इस दौरान सपा नेता अतुल प्रधान, कांग्रेस नेत्री सपना सोम, भाजपा जिला अध्यक्ष शिवकुमार राणा भी मौजूद थे।