- कमिश्नरी में वकीलों ने नारेबाजी कर हंगामा किया

- वकीलों ने कमिश्नर के न्यायालय में घुसकर कुर्सियों तोड़ी

- वकीलों का ऐलान, नहीं होंगे देंगे मेगा लोक अदालत

- शुक्रवार की रात से ही वकीलों ने कचहरी पर जमाया डेरा

Meerut : वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग व छह दिसंबर को मेगा लोक अदालत का विरोध कर रहे वकील शुक्रवार को कमिश्नर के बयान से आक्रोशित हो गए और कमिश्नरी कार्यालय पर तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया। इस दौरान पुलिस अफसर मूकदर्शक बने रहे। बाद में वकील नारेबाजी करते हुए चले गए। शाम को सभी वकील मेगा लोक अदालत को रोकने के लिए फिर से एकजुट हुए। वकील सुबह की तैयारी के लिए रात भर कचहरी में ही रहने के लिए जमा रहे।

कमिश्नर के बयान के बाद

कमिश्नर ने यह बयान दिया था कि म् दिसंबर को किसी भी कीमत पर मेगा लोक अदालत आयोजित की जाएगी। कमिश्नर के इस बयान के बाद वकील आक्रोशित हो गए। सभी वकील नारेबाजी करते हुए कमिश्नरी कार्यालय पहुंच गए और हंगामा करते हुए तोड़फोड़ कर दी। फाइलें व कुर्सियां पलट दीं। वहां मौजूद सिपाही व कुछ होमगार्ड पुलिस अफसरों से फोर्स की मांग करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया। जानकारी के अनुसार एसएसपी भी अपनी गाड़ी से वहां से गुजरे लेकिन सब कुछ देखते हुए भी अंजान की तरह आगे निकल गए।

नहीं होने दी जाएगी अदालत

वहीं वकीलों ने ऐलान कर दिया है कि पुलिस-प्रशासन के सामने बिल्कुल भी नहीं झुका जाएगा। वो कुछ भी कर ले वह मेगा लोक अदालत नहीं लगने देंगे। वकीलों ने साफ कर दिया कि अगर उनके साथ जोर जबरदस्ती की गई तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। बाद में वकील नारेबाजी करते हुए चले गए। हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर वकील काफी दिनों से हड़ताल पर हैं।

शाम से ही कचहरी पर जमे

वहीं मेगा लोक अदालत को रोकने के लिए जिले के सभी वकील शुक्रवार देर शाम को कचहरी पर जमा हो गए हैं। वकीलों ने कचहरी पर पूरी रात बिताने का फैसला किया। वकीलों ने साफ कर दिया है कि किसी हालत में मेगा लोक अदालत नहीं लगने दी जाएगी। इसके लिए कचहरी में पर पूरी रात रहकर सुबह किसी अधिकारी को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

सातों गेटों पर कवर करेंगे वकील

कचहरी और कलेक्ट्रेट एक ही कैंपस में हैं। कचहरी में एंट्री करने को पूरे कैंपस में सात गेट हैं। वैसे इनमें भ्0 फीसदी से अधिक गेट बंद ही रहते हैं। फिर भी वकीलों ने सातों गेटों को कवर करने का फैसला लिया है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके त्यागी ने बताया कि ऐसे माहौल में प्रशासनिक अधिकारियों का कोई भरोसा नहीं कि कहां से एंट्री कर लें। इसलिए सभी वकील सातों गेटों को कवर करके रखेंगे। कचहरी में किसी को एंट्री नहीं करने दी जाएगी। गौरतलब है कि पूरे कैंपस में एंट्री करने को अंबेडकर मूर्ति के सामने वाला गेट, डीएम ऑफिस की ओर से गेट, एलेक्जेंडर क्लब के साथ वाला गेट, डिस्ट्रिक्ट जज के साथ वाला गेट, मेरठ कॉलेज के सामने वाला गेट, मेघदूत सिनेमा के सामने वाला गेट, रजिस्ट्री ऑफिस के साथ वाला गेट है।

प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी

वहीं प्रशासन के आलाधिकारियों की मानें तो उन्होंने मेगा लोक अदालत की पूरी तैयारी की हुई है। ऐसे में वकीलों का आक्रोश मेगा लोक अदालत के होने पर सवालिया निशान पैदा कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ये एक जनहित का मुद्दा है। इसके लिए वकीलों का सहयोग काफी जरूरी है। वकीलों को इस बारे में खुद सोचना चाहिए। वकीलों को मनाने और अपनी हड़ताल को वापस लेने को प्रशासनिक अधिकारियों की पहल के सवाल पर अधिकारियों की बातों से साफ हो गया कि ऐसी कोई पहल नहीं होने जा रही है। वकीलों को बिल्कुल भी मनाने का प्रयास नहीं किया जाएगा।

क्या होगी मेगा लोक अदालत?

प्रशासन के आलाधिकारियों से पूछा गया कि क्या मेगा लोक अदालत आयोजित होगी? इस सवाल के जवाब में अधिकारियों ने साफ कर दिया है इसे शनिवार को ही देखा जाएगा। प्रशासन के लिए शनिवार का दिन एक बड़ी चुनौती है। क्योंकि शनिवार को यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन में राज्यपाल भी आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन का पूरा अमला यही रहेगा।

हमारी ओर से मेगा लोक अदालत की पूरी तैयारी है, लेकिन इसमें वकीलों का सहयोग होना काफी जरूरी है। वकीलों को इस बारे में सोचना चाहिए कि ये जनहित का मामला है। शनिवार को राज्यपाल भी डिस्ट्रिक्ट में होंगे। वकीलों के विरोध के बीच लोक अदालत होगी या नहीं ये शनिवार को ही देखा जाएगा।

- भूपेंद्र सिंह, कमिश्नर, मेरठ मंडल

हमारा इस बारे में पहले से स्पष्ट मत है कि लोक अदालत का आयोजन नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए हमारा विरोध पहले से ही है। जब तक वेस्ट यूपी बेंच की डिमांड पूरी नहीं हो जाती है तब तक कुछ नहीं होगा।

- आरके त्यागी, अध्यक्ष, जिला बार एसोसिएशन

हमारी ओर से कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है। हमने सभी गेटों को कवर करने के लिए रात से कचहरी में रहने का फैसला किया है। ताकि सुबह कोई अधिकारी यहां न आ सके। हमने अपनी ओर से पूरी तैयारी की हुई है।

- बीडी शर्मा, अध्यक्ष, मेरठ बार एसोसिएशन

कमिश्नर ऑफिस में किसी वकील द्वारा कोई तोड़फोड़ नहीं की गई है। जिन्होंने तोड़फोड़ की वो बाहरी लोग थे। वकील नहीं थे। जब तक वेस्ट यूपी बेंच की डिमांड पूरी नहीं होती तक तक किसी तरह की कोई अदालत नहीं होगी।

- राम कुमार शर्मा, पूर्व महामंत्री, जिला बार एसोसिएशन