नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी बिल के खिलाफ प्राइवेट डॉक्टर्स की एक दिन की हड़ताल

प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल से दून हॉस्पिटल समेत गवर्नमेंट हॉस्पिटल में जुटी मरीजों की भीड़

देहरादून,

नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी बिल के खिलाफ प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल का वेडनसडे को दून में खासा असर देखने को मिला। प्राइवेट डॉक्टर्स के ओपीडी बंद रखने का डायग्नोस्टिक सेंटर ने भी समर्थन देते हुए सेवाएं ठप रखी। गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ओपीडी का समय बढ़ाने और नर्सिग होम में डॉक्टर्स के उपलब्ध रहने से मरीजों ने राहत की सांस ली है। ऐसे में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल से दून हॉस्पिटल में मरीजों की भीड़ जुटी रही। दून हॉस्पिटल में वेडनसडे को ओपीडी दो हजार के पार हो गई।

डॉक्टर्स ने किया विरोध

चकराता रोड स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कार्यालय में डॉक्टर्स ने एनएमसी बिल की कॉपी जला कर विरोध दर्ज किया। इस दौरान आयोजित बैठक में जिला अध्यक्ष डॉ। संजय गोयल ने इस बिल की खिलाफत में कई तथ्य रखें। उन्होंने कहा कि एनएमसी डॉक्टरों का शोषण करेगा और उनके अधिकारों का सबसे बड़ा हनन होगा। ये बिल आम जन के हित में है न डॉक्टर्स के। उन्होंने बताया कि जिस तरह के प्रावधान इसमें हैं, स्वास्थ्य सेवाएं व चिकित्सा शिक्षा निम्न वर्ग से दूर होती चली जाएंगी। एनएमसी बिल की धारा-32 में आधुनिक चिकित्सा पद्धति का अभ्यास करने के लिए 3.5 लाख अयोग्य, गैर चिकित्सकों को लाइसेंस देने का प्रावधान है। ये जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। आईएमए के प्रांतीय सचिव डॉ। डीडी चौधरी ने कहा कि इस बिल की खिलाफत जारी रहेगी। जिस किसी भी हद तक जाने पड़ेगा, डॉक्टर तैयार हैं।

दून हॉस्पिटल में बढ़े मरीज

प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण गवर्नमेंट हॉस्पिटल पर मरीजों का दबाव बढ़ गया। सबसे ज्यादा भीड़ दून हॉस्पिटल में दिखी, यहां सुबह से ही मरीजों की भारी भीड़ जुटने लगी थी। दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा ने बताया कि वेडनसडे को ओपीडी में 2 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए जबकि सामान्य दिनों में ये आंकड़ा 1200 से 1300 का है। सभी ओपीडी को आधे घंटे अधिक खोला गया। ओपीडी का टाइम 2 बजे से बढ़ाकर ढाई बजे तक किया गया। इसी तरह पैथोलोजी में आधे घंटा अधिक सैंपल कलेक्शन किए गए। इसी तरह कोरोनेशन हॉस्पिटल और महात्मा गांधी नेत्र हॉस्पिटल में भी ओपीडी 200 से 250 ज्यादा हुई। यहां ओपीडी दो बजे तक होती थी, पर बुधवार को तीन बजे तक हुई।