- वकीलों ने किया डीएम कार्यालय का घेराव

- रजिस्ट्री डिपार्टमेंट में कराई तालाबंदी, कुर्सियां तोड़ी

- केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिले वकील, मिला आश्वासन

- कहा, 23 के बाद कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा मुद्दा

Meerut : वेस्ट यूपी के वकीलों की ओर से अपने आंदोलन को जोरदार तरीके से आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश की जा रही है। हर वर्ग और पार्टी का विशेष सहयोग मांगा जा रहा है। डीएम ऑफिस के बाहर किए प्रदर्शन में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और उनके नेता एवं कार्यकर्ताओं का होना इस बात प्रमाण है कि वो सिर्फ किसी एक पार्टी के भरोसे पर नहीं हैं। जहां आप कार्यकर्ता वकीलों के समर्थन में डीएम ऑफिस के बाहर बैठे हुए थे। वहीं वकीलों का एक प्रतिनिधि मंडल देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिल रहा था। वहीं कुछ ही दिनों में वकीलों का प्रतिनिधि मंडल आप नेता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया से मिलने जा रहा है।

डीएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन

शुक्रवार को डीएम ऑफिस के बाहर वकीलों ने क्रमिक अनशन के साथ धरना प्रदर्शन भी किया, जिसके तहत आसपास के तमाम ऑफिसों को बंद कराया गया। स्टांप वेंडर्स की दुकानों बंद कराने के साथ उन्हें वहां से उठाया गया। वकीलों ने शुक्रवार को भी पूरी तरह से हड़ताल जारी रखी। किसी भी वकील ने कोई भी काम नहीं किया। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों परेशानियों का सामना करना पड़ा।

रजिस्ट्री डिपार्टमेंट को कराया बंद

गुरुवार को जहां एमडीए के रजिस्ट्री डिपार्टमेंट के दो जोन के ऑफिसों को बंद कराया गया था। वहीं शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में मौजूद दो जोन और एआईजी के दफ्तरों के ऑफिसों को बंद कराया गया। वकीलों ने रजिस्ट्री डिपार्टमेंट में काफी हंगामा किया। मेज कुर्सियों को उठा लिया। जिसके बाद डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बाहर जाना ही बेहतर समझा। इसके बाद पूरे डिपार्टमेंट में तालाबंदी की गई। वहां मौजूद कई लोगों को बिना रजिस्ट्री कराए ही वापस लौटना पड़ा।

आप कार्यकर्ताओं का रहा जमावड़ा

शुक्रवार को वकीलों की मांग के समर्थन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता खुलकर समर्थन में आए। वकीलों के मंच से आम आदमी के नेता पूर्व मेजर डॉ। हिमांशु ने वकीलों की मांग को जायज ठहराते हुए वेस्ट यूपी बेंच की डिमांड की। उन्होंने कहा कि वकील ये डिमांड स्वहित के लिए नहीं कर रहे हैं। इससे सबसे बड़ा आम जनता का होगा। मेरठ में अगर वेस्ट यूपी की हाईकोर्ट बेंच बनती है तो आम आदमी को सैंकड़ों मील दूर धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी पूरी तरह से वकीलों के साथ है।

भाकियू ने भी थामा वकीलों का हाथ

आम आदमी पार्टी के साथ भारतीय किसान यूनियन ने भी वकीलों के समर्थन में अपने हाथ बढ़ा दिए हैं। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने संबोधित करते हुए कहा कि वेस्ट यूपी के किसानों को कोर्ट के लिए भ्00-म्00 किलोमीटर दूर पेशी के लिए तारीख पर जाना पड़ता है। अगर यही पर ही बेंच हो जाएगी किसानों को इतनी दूर नहीं जाना पड़ेगा। किसानों को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्होंने वेस्ट यूपी बेंच का पूरा समर्थन दिया और कहा जहां भी वकीलों की उनकी जरुरत पड़ेगी। वो वहां मौजूद रहेंगे।

राजनाथ से मिले वकील

वहीं हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल के मेंबर जिसमें मेरठ, गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर बार के लोग भी शामिल थे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिले। उन्होंने दिल्ली में उनसे वेस्ट यूपी हाईकोर्ट बेंच की डिमांड की। राजनाथ सिंह ने वकीलों के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि मैं वकीलों के इस मुद्दे से काफी समय से परिचित हूं। जब मैं ख्00क् में यूपी का सीएम था तब से मैं इस मांग को देख रहा हूं। ख्फ् दिसंबर को संसद सत्र खत्म हो रहा है। उसके बाद मैं इस मुद्दे को कैबिनेट में रखूंगा।

वकील 'आप' से करेंगे मुलाकात

लोकल लेवल पर आम आदमी पार्टी 'आप' के नेताओं ने तो वकीलों को अपना समर्थन दे दिया है। वकील पार्टी के आलाकमान से भी मिलने जा रहे हैं। संयोजक अनिल कुमार जंगाला ने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ओर मनीष सिसौदिया से मुलाकात करेंगे। अपने वेस्ट यूपी का मुद्दा उनके सामने रखेंगे। जंगाला ने आगे कहा कि जहां तक हो सकेगा कि उन्हें मेरठ लाने का प्रयास भी किया जाएगा। ताकि उनके आंदोलन को थोड़ा बल मिल सके।