- अक्षय नवमी पर महिलाओं ने की आंवला वृक्ष की पूजा

ALLAHABAD: कार्तिक माह कई पर्वो को खुद में समेटे हुए है। कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की नवमी का भी विशेष महत्व है। इस तिथि को अक्षय नवमी भी कहते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने का विधान है। शुक्रवार को अक्षय नवमी के अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने आंवले के पेड़ की विधि विधान से पूजा की। महिलाओं ने आंवले के पेड़ को टीका लगाया और उसके बाद पेड़ के साथ या नौ चक्कर लगाकर उसकी पूजा करते हुए कच्चा सूत लपेटा। एक अन्य मान्यता के अनुसार इस दिन किए गए कार्य का कभी क्षय नहीं होता है। इसी कारण शुक्रवार को लोगों ने नए सामानों की खरीदारी की। जिसको देखते हुए लोगों ने बड़ी संख्या में आभूषण से लेकर पकड़े आदि की जमकर खरीदारी की।

आंवला के पेड़ के नीचे किया भोजन

अक्षय नवमी पर आंवला के पेड़ के नीचे भोजन करने की भी मान्यता है। जिसके अनुसार कार्तिक माह में शरीर को कई प्रकार के संक्रामक रोग होने की आशंका रहती है। इसलिए माह में आंवले के नीचे भोजन करने से शरीर स्वस्थ और निरोग रहता है। जिसको देखते हुए शुक्रवार को सिटी के पार्को में दिन भर लोगों की भीड़ जुटी रही। बड़ी संख्या में लोगों ने आंवला के पेड़ के नीचे भोजन किया।