-हीमोफीलिया की दवा को लेकर तलब किया चीफ फार्मासिस्ट

-डिमांड बनाकर भेजने के दिए निर्देश

-इस बारे में जेडी स्टोर से भरोसा मिलने पर की गयी कवायद

DEHRADUN: हॉस्पिटल से मेडिकल कॉलेज बनने के लिए चल रही प्रक्रिया का खामियाजा मरीजों को नहीं भुगतना पड़े इसीलिए चिकित्सा शिक्षा एडमिनिस्ट्रेशन ने हीमोफीलिया की दवा का स्टॉक मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ संपर्क करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सोमवार को मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक ने चीफ फार्मासिस्ट को तलब कर डिमांड बनाकर भेजने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग भेजता रहा दवा

राजकीय देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर में बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। हर दिन परिसर की ओपीडी में तकरीबन ढाई हजार के करीब मरीज चिकित्सा सेवा के लिए जाते हैं। राजकीय हॉस्पिटल की वजह से अब तक दवा मुहैया कराने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की रही है। लेकिन, अब मेडिकल कॉलेज बनने की वजह स्वास्थ्य विभाग अपना हाथ खींचने लगा है।

अधीक्षक ने की जेडी स्टोर से बात

हीमोफीलिया की दवा खत्म हुई तो फिर भेजी नहीं गयी। नतीजा मरीजों के इलाज में दिक्कत खड़ी होने लगी। सोमवार को मामला चिकित्सा अधीक्षक तक पहुंचा तो उन्होंने चीफ फार्मासिस्ट को बुलवाया। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि जेडी स्टोर से बात हो गयी है। दवा के स्टॉक के लिए डिमांड बनाकर भेज दी जाए। जल्द ही हीमोफीलिया की दवा मरीजों के लिए मिल जाएगी।

हीमोफीलिया की दवा को लेकर दिक्कत खड़ी होने लगी तो इसकी डिमांड बनाकर भेजने के निर्देश दिए हैं। मरीजों का इलाज करना प्राथमिकता है।

डॉ। केके टम्टा, चिकित्सा अधीक्षक