RANCHI: कॉमर्शियल व्हीकल्स कस्टमर्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब टैक्सी सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों की होगी। इस दिशा में पहल करते हुए सबसे पहले ओला टैक्सी प्रोवाइडर कंपनी ने गार्जियन एप्प लांच किया है जो कस्टमर्स की सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था करेगा। साथ ही व्हीकल की हर एक्टिविटी पर खामोश नजर रखेगा। यह रियल टाइम निगरानी प्रणाली (मॉनिटरिंग सिस्टम) है जो अपने प्लेटफार्म पर ग्राहकों की सवारी व उनकी सुरक्षा को और अधिक मजबूत करेगा। बेंगलुरू, मुंबई और पुणे में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई इस सेवा को जल्द ही राजधानी रांची में व्यापक तरीके से शुरू किया जाएगा।

राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम का पार्ट

यह प्रणाली ओला के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम स्ट्रीट सेफ का पार्ट है। साथ ही यह राइड शेयरिंग उद्योग में अपनी तरह की पहली प्रणाली है। इस साल के अंत तक अन्य शहरों में भी गार्जियन को शुरू कर दिया जाएगा। इसी तर्ज पर सुरक्षा मानकों का ख्याल रखते हुए अन्य सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों और ट्रैवल एजेंसीज को भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करनी होगी।

हर ट्रांजेक्शन व ट्रिप पर नजर

इन सुरक्षा एप्प द्वारा सवारी संकेतकों का विश्लेषण करके सभी यात्राओं पर नजर रखी जाएगी। इनमें मार्ग से होने वाले विचलन, यात्रा के दौरान बीच में रुकना आदि शामिल होंगे। संकेतकों और यात्रा के समय के आधार पर सुरक्षा प्रतिक्रियाओं का निर्माण किया जाएगा। जिन पर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों की सेफ्टी टीम, क्विक रिस्पांस टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

कस्टमर्स के संपर्क में क्विक रिस्पांस टीम

डेटा का विश्लेषण करने के बाद क्विक रिस्पांस टीम ग्राहक के साथ संपर्क करेगी। किसी भी संभावित असुरक्षित सवारी का आकलन करेगी और जरूरत के अनुसार सहायता प्रदान करेगी।

वर्जन

शहर में तेजी से ट्रैवल एजेंसीज और अन्य टैक्सी प्रोवाइडर कंपनियों का व्यवसाय बढ़ रहा है। ऐसे में उनकी गाडि़यों की हर गतिविधि, ड्राइवर की एक्टिविटी और कस्टमर की सेफ्टी को ध्यान में रखने के लिए इस तरह के एप्प काफी लाभदायक होंगे।

एवी होमकर, डीआईजी, रांची